कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर बंद किए गए हाईस्कूल खोलने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. उधर, हिजाब विवाद मामले को लेकर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डीसी, एसपी और शिक्षा विभाग के सीनियर अधिकारियों से बातचीत की.
बातचीत के दौरान सीएम ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए. एसपी और डीसी को संवेदनशील क्षेत्रों के प्रमुख स्कूलों का दौरा करना चाहिए. यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संवेदनशील क्षेत्रों में कोई अप्रिय घटना न हो. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि डीसी, एसपी और डीडीपीआई को प्राचार्य, शिक्षकों, अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन बोर्ड के लगातार संपर्क में रहना चाहिए. साथ ही जनप्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों और जिले के वरिष्ठों के साथ लगातार संपर्क में रहने का भी निर्देश दिया.
सीएम ने कहा- अराजक तत्वों के खिलाफ करें कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि अराजक तत्वों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए. पुलिस और प्रशासन को शांति बैठकें करनी चाहिए और हाईकोर्ट के आदेश का पालन किसी भी सूरत में कराया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि डीसी और एसपी अपने जिले के स्कूलों का दौरा करें और स्थिति का जायजा लें. उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन को किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकना चाहिए. छोटी-छोटी घटनाओं को भी गंभीरता से लेना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून और व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में लागू किया जाना चाहिए. साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में शांति बैठकें आयोजित की जानी चाहिए. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बाहरी उत्तेजनाओं को रोकने के लिए उपयुक्त उपाय किए जाने का निर्देश दिया. साथ ही सतर्कता रखने की भी बात कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस और प्रशासन को राजनीतिक दलों और धर्मगुरुओं को विश्वास में लेना चाहिए. सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने और संदेशों को भड़काने के खिलाफ सतर्कता बरती जानी चाहिए. साथ ही विभिन्न संगठनों और संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठकें करना चाहिए.
सभी को विश्वास में लेकर स्थिति को नियंत्रण में रखने का दिया निर्देश
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्राचार्यों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों को विश्वास में लेकर स्थिति को नियंत्रण में रखना चाहिए. उच्च न्यायालय के आदेश का सभी को पालन करना चाहिए. एक भी अप्रिय घटना न हो इसके लिए कड़ी निगरानी रखी जाए. साथ ही असामाजिक तत्वों की पहचान की जाए और उन पर नजर रखी जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी अप्रिय घटना में सीनियर अधिकारियों के आदेश का इंतजार किए बिना स्थिति के अनुसार समय पर कार्रवाई की जाए. जिले की जमीनी हकीकत मीडिया को बताई जाए. साथ ही गलत संदेश भेजने से सावधान रहना चाहिए. बैठक के दौरान कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र, शिक्षा मंत्री बीसी नागेश, उच्च शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथ नारायण और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.