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अमेरिकी समकक्ष ब्लिंकन से मिले एस जयशंकर, कोरोना समेत कई मसलों पर चर्चा

ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका के आपसी संबंध काफी मजबूत और महत्वपूर्ण हैं. यह समय के साथ और मजबूत हो रहे हैं. मुझे काफी खुशी हो रही है कि भारत के विदेश मंत्री अमेरिका आए हैं.

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मुलाकात के दौरान एस जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन. (फोटो-ANI)
मुलाकात के दौरान एस जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन. (फोटो-ANI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोरोना राहत को लेकर दोनों देशों के बीच हुई चर्चा
  • जयशंकर ने बाइडेन प्रशासन का जताया आभार
  • दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों पर भी दिया गया जोर

अमेरिका दौरे पर गए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की. इस दौरान विश्व के दो मजबूत राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने कई अहम मसले पर बातचीत की.

ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका के आपसी संबंध काफी मजबूत और महत्वपूर्ण हैं. यह समय के साथ और मजबूत हो रहे हैं. मुझे काफी खुशी हो रही है कि भारत के विदेश मंत्री अमेरिका आए हैं. हमारे पास बातचीत के लिए काफी कुछ है. मुकालात के दौरान जयशंकर और ब्लिंकन ने कई व्यापक मुद्दों पर चर्चा की.  इनमें कोरोना राहत, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग, पर्यावरण की चुनौतियां, यूएन सिक्योरिटी काउंसिल जैसे मसलों पर चर्चा हुई.

इसके अलावा दोनों ने क्षेत्रीय मुद्दों पर भी बातचीत की. म्यांमार में सैन्य तख्तापलट, अफगानिस्तान को समर्थन साथ -साथ आर्थिक और क्षेत्रीय प्राथमिकताओं पर सहयोग जारी रखने को लेकर भी बातचीत हुई. प्रवक्ता नेड प्राइस की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि एंटन ब्लिंकन ने भारतीय विदेश मंत्री का स्वागत किया और दोनों के बीच तमाम अहम मसलों पर बातचीत हुई.

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वहीं, बैठक को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने  कहा कि हमने कई सारे मुद्दों पर बातचीत की. मुझे लगता है कि दोनों देशों के संबंध पिछले कुछ वर्षों में काफी मजबूत हुए हैं और मैं आश्वस्त हूं कि आगे भी ऐसा जारी रहेगा. जयशंकर ने कहा कि मुश्किल भरे हालात में अमेरिका की तरफ से की गई मदद के लिए बाइडेन प्रशासन का आभार जताना चाहता हूं.

उन्होंने कहा कि हमारे पास बातचीत के लिए काफी कुछ है लेकिन संकट की घड़ी में अमेरिका के साथ रहने को लेकर पहले मैं आभार जताना चाहता हूं. जयशंकर ने कहा कि दोनों देश आपसी सहयोग आगे भी जारी रखेंगे.66 वर्षीय जयशंकर बाइेडन प्रशासन के दौरान अमेरिका पहुंचे पहले भारतीय कैबिनेट मंत्री हैं. भारतीय रिपोर्टर्स से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इस दौरे का मुख्य केंद्र अमेरिका के नए प्रशासन से संबंधों को और मजबूत करना था. यह संबंध काफी महत्वपूर्ण है. 

 

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