काकतीय मेडिकल कॉलेज की पीजी मेडिकल छात्रा डॉ. प्रीति की मौत हो गई है. उन्होंने रविवार रात करीब 9 बजे निम्स हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली. प्रीति के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. प्रीति पांच दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं. उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था.
बता दें कि प्रीति ने वारंगल में कथित तौर पर सुसाइड करने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NIMS) में भर्ती कराया गया था. निम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सत्यनारायण द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है कि विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा लगातार प्रयासों के बावजूद डॉ. प्रीति को नहीं बचाया जा सका. उन्हें 26 फरवरी को रात 9.10 बजे मृत घोषित कर दिया गया.
शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था
इससे पहले अस्पताल के बुलेटिन में कहा गया था कि प्रीति के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है और वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं, मटेवाड़ा पुलिस ने इस मामले में शुक्रवार को काकतीय मेडिकल कॉलेज (KM) में स्नातकोत्तर (PG) द्वितीय वर्ष के छात्र डॉ. एमडी सैफ को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि प्रीति नवंबर 2022 में इस मेडिकल कॉलेज में आईं और दिसंबर-2022 से डॉ. एमडी सैफ ने प्रीति को निशाना बनाया और परेशान किया.
आरोपी को खम्मम जेल भेजा गया
वारंगल के पुलिस आयुक्त (सीपी) एवी रंगनाथ ने बताया थ कि आरोपी एमडी सैफ को यहां तृतीय न्यायिक प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और खम्मम जेल में ट्रांसफर कर दिया गया है. इससे पहले तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने हैदराबाद में निम्स अस्पताल पहुंचकर प्रीति के स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी ली थी.
उन्होंने ट्वीट किया और लिखा था- एक पीजी मेडिकल स्टूडेंट को क्रिटिकल केयर यूनिट में देखना दर्दनाक है. उसके परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी है. उच्च चिकित्सा अध्ययन में कार्यस्थल के तनाव के उपचार की आवश्यकता है. एक गहन जांच की जानी चाहिए. निम्स उसकी जान बचाने के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करेगा.