ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में टेंट हाउस और कैटरिंग मालिकों के साथ कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ धरना दिया. टेंट हाउस और कैटरिंग मालिकों ने ये धरना शादी समारोह के लिए जारी दिशा निर्देश में बदलाव की मांग को लेकर किया. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि राज्य सरकार शादी में 25 लोगों की जगह 300 लोगों को शामिल होने की अनुमति दे.
सोमवार को ओडिशा विधानसभा के सामने महात्मा गांधी मार्ग पर सैकड़ों टेंट हाउस, कैटरिंग, साउण्ड और लाइट के मालिकों के साथ कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इनका कहना है कि सरकार ने हमें कोरोना से बचा लिया है, लेकिन बेरोजगारी और भुखमरी की ओर धकेल दिया.
गैस चूल्हा, बर्तन लेकर शामिल हुए प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर गैस चूल्हा, बर्तन रखकर प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार द्वारा कोरोना महामारी को लेकर जारी दिशा-निर्देश का भी खंडन किया. ऑल ओडिशा कैटरिंग एसोसिएशन के चेयरमैन ने कहा कि इस विरोध का उद्देश्य सरकार से शादी समारोह के लिए जारी दिशा-निर्देश में 25 लोगों की अनुमति की संख्या को बढ़ाकर 300 करने की मांग है.
उन्होंने कहा, ओडिशा सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान हमें अच्छी मेडिकल सुविधा देकर हमारे जीवन को बचाया है, लेकिन हमारे जीविका पर आघात पहुंचाया है. पिछले दो सालों से हमारे साथ जुड़े करीब 15-20 लाख लोगों को पास कोई रोजगार नहीं है. राज्य में सिनेमाघर, मॉल, यातायात संसाधन सब कुछ चल रहा है. लेकिन आयोजन में सिर्फ 25 लोगों के शामिल होने की अनुमति है. ऐसे में हमारा रोजगार छिन गया है.
कारोबार बिल्कुल ठप
चेयरमैन ने कहा कि पिछले दो सालों से हमारा कारोबार बिल्कुल ठप हो चुका है. कर्मचारियों को वेतन देने के साथ घर चलाना मुश्किल हो गया है. हमारे कर्मचारियों और सहयोगियों के पास और कोई काम नहीं है. हमारे पास बड़े हॉल मौजूद हैं जिसमें एक बार में 300-400 लोग सामाजिक दूरी बनाते हुए एक बार में खाना खा सकते हैं. सरकार से अपील है कि हॉल की क्षमता के अनुसार लोगों को शादी समारोह में आने की अनुमति दें.
कोरोना टेस्ट का समर्थन करते हैं
उन्होंने कहा कि सरकार ने शादी समारोह में शामिल होने के लिए कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट या वैक्सीन सर्टिफिकेट अनिवार्य किया है. हम उसका समर्थन करते हैं. हम सभी कर्मी वैक्सीन की दूसरी डोज ले चुके हैं. साथ ही कोविड नियामों का पालन करते हैं. शादी समारोह में लोगों की संख्या बढ़ाने से सोने चांदी का व्यापार बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था में सुधार होगा.