महाराष्ट्र के ठाणे शहर में मंगलवार शाम एक छोटे बच्चे के साथ खौफनाक हादसा हुआ जब दो साल के हामदान गुफरान कुरैशी लगभग 20 फीट गहरे खुले सीवर चैंबर में गिर गए. यह घटना ज्ञानसाधना कॉलेज के पास हुई. ठाणे नगर निगम के डिजास्टर मैनेजमेंट सेल के प्रमुख यासिन तडवी ने बताया कि बच्चे के गिरने की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई की.
हामदान अपनी मां के साथ फुटपाथ पर चल रहा था, तभी अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और वह खुले ड्रेनेज चैंबर में गिर गया. आसपास के स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चे को बाहर निकाला और उसे प्राथमिक उपचार के लिए जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. बाद में बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए बच्चे को शहर के एक निजी अस्पताल में शिफ्ट किया गया.
यासिन तडवी ने बताया कि 'लगभग 20 फीट की ऊंचाई से गिरना इस उम्र के बच्चे के लिए बेहद खतरनाक हो सकता था. सौभाग्य से बच्चा बच गया. हमारा मुख्य ध्यान था कि उसे तुरंत और उचित चिकित्सा सहायता मिले.'
अधिकारियों ने कहा कि खुला सीवर चैंबर लोहे की पाइप के कारण ढंक नहीं पाया गया था. घटना के बाद पाइप को काटकर चैंबर को सुरक्षित ढंक दिया गया. तडवी ने सभी संबंधित विभागों से अपील की कि इस प्रकार की सुरक्षा लापरवाहियों को भविष्य में दोबारा होने से रोका जाए.
स्थानीय लोग और प्रशासन इस घटना के बाद सीवर और खुले ड्रेनेज के आसपास सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि फुटपाथ और सार्वजनिक स्थानों पर नियमित निरीक्षण और उचित ढक्कन सुनिश्चित करने से इस तरह के हादसों से बच्चों और राहगीरों की सुरक्षा की जा सकती है.
विशेषज्ञों का कहना है कि शहरों में खुले ड्रेनेज और सीवर चैंबर गंभीर जोखिम पैदा कर सकते हैं, खासकर छोटे बच्चों के लिए. इसलिए नागरिक और प्रशासन दोनों की सतर्कता बेहद जरूरी है.