बीते मंगलवार को झारखंड में जमशेदपुर के गोलमाडी थाना अंतर्गत के रहने वाले तांत्रिक संदीप पर 20 साल के एक युवक अजय की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया. कड़ाई से पूछताछ के बाद संदीप ने कुबूला कि उसने तंत्र साधना के लिए अजय को एक बॉक्स में हाथ पैर बांध के बंद रखा था और फिर उसकी हत्या कर दी. उसने बताया कि मुझे पूर्ण विश्वास था कि इसकी बलि देने के 8 साल बाद मुझे सिद्धि की प्राप्ति हो जाएगी.
तांत्रिक के हमले के बाद वह छटपटाने और चिल्लाने लगा. देर रात और सुनसान इलाका होने के चलते मोहल्ले वालों को कुछ शक हुआ. लोगों ने देखा कि तांत्रिक घर से निकलकर भाग रहा था.स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और उसे तत्काल टाटा मैन हॉस्पिटल ले गए लेकिन उसकी मौत हो गई.
अजय अपने परिवार का इकलौता बेटा था. पिता की मौत के बाद वह पिता के होटल को चलाता था.उनकी तीन बहनें उसपर आश्रित थीं. तांत्रिक के बारे में कहा जाता है कि इससे पहले भी उसने दो हत्याएं की थीं लेकिन साक्ष्य के अभाव में वह बच गया. लेकिन देर रात हत्या के बाद पुलिस ने कार्रवाई की और उसको गिरफ्तार कर लिया. आज उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
बता दें कि तंत्र मंत्र की विद्या में सिद्धी जैसी चीज के लिए नरबलि का ये कोई पहला मामला नहीं है बल्कि आए ऐसे कई मामले सामने आए हैं. कई घटनाओं में तो छोटे मासूम बच्चों को भी बलि का शिकार बनाया गया. कुछ केस में ये सब किसी और ने नहीं बल्कि घर के ही किसी सदस्य ने किया. अंधविश्वास और बलि से फल की मान्यता ने जाने कितनों की जान ले लीं.