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बेटे को परीक्षा दिलाने 800 किलोमीटर कार चलाकर पहुंचे पिता को अब IndiGo कंपनी देगी पैसे

इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल होने से देशभर में हजारों यात्री फंस गए, लेकिन रोहतक के एक पिता ने अपने बेटे की परीक्षा न छूटे, इसके लिए रातभर 800 किलोमीटर कार चलाकर उसे दिल्ली से इंदौर पहुंचाया. अब इंडिगो इस परेशानी के लिए पंघाल परिवार को 10,000 रुपये का मुआवजा और 10,000 रुपये का ट्रैवल वाउचर देगा. उड़ान संकट के दौरान रद्द हुई इंदौर फ्लाइट पर यह मुआवजा कंपनी डीजीसीए नियमों के मुताबिक देगी.

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बेटे की परीक्षा के लिए 800 KM चलाई कार (Photo: Screengrab)
बेटे की परीक्षा के लिए 800 KM चलाई कार (Photo: Screengrab)

देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस कंपनी इंडिगो में फ्लाइट ऑपरेशन क्राइसिस शुरू होने के बाद देश भर में ऐसे हजारों परिवार थे जो एयरपोर्ट पर फंस गए. कोई अपनी बहन की शादी में नहीं पहुंच पाया तो कोई अपनों के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाया और किसी की परीक्षा और नौकरी छूट गई. ऐसे में रोहतक के एक पिता ने फ्लाइट कैंसिल होने के बाद अपने बेटे को परीक्षा में शामिल कराने के लिए रात में लगातार 800 किलोमीटर कार चलाई और समय रहते बेटे को दिल्ली से इंदौर पहुंचा दिया.

पंघाल परिवार को अब मिलेगा मुआवजा

अब रोहतक के पंघाल परिवार को हुई इस दिक्कत के लिए इंडिगो कंपनी की तरफ से उन्हें 10 हजार रुपये का मुआवजा मिलेगा और 10 हजार रुपये का ट्रैवल वाउचर भी दिया जाएगा जिसे एक साल के अंदर कभी भी टिकट बुकिंग में इस्तेमाल किया जा सकेगा.

दरअसल रोहतक के मायना गांव के युवा निशानेबाज आशीष चौधरी पंघाल इंदौर स्थित प्रतिष्ठित डेली कॉलेज में 12वीं कक्षा के छात्र हैं. वो इन दिनों छुट्टी पर घर आए हुए थे और 8 दिसंबर से उनकी परीक्षा शुरू होनी थी. 

इससे पहले 6 दिसंबर की शाम को उन्हें इंदौर के कॉलेज में सम्मानित किया जाना था जिसके लिए दिल्ली से इंदौर की फ्लाइट पहले से ही बुक थी. ऐसे में उनके पिता राजनारायण पंघाल उन्हें कार से दिल्ली एयरपोर्ट पर छोड़ने के लिए गए हुए थे.

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फ्लाइट कैंसिल होने के बाद ट्रेन में नहीं मिली सीट 

एयरपोर्ट पर जाकर पता चला कि इंदौर जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट कैंसल कर दी गई है. यह खबर मिलते ही उसके पिता के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई कि आखिर उनका बेटा अब अपनी परीक्षा में कैसे शामिल होगा.

पिता को लगा कि फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से अब उनका बेटा आशीष एक ओर जहां अवार्ड समारोह में भाग नहीं ले पाएगा, वहीं 8 दिसंबर से शुरू होने वाली प्री-बोर्ड परीक्षा भी छूटने का डर था. पहले उन्होंने इंदौर जाने वाली सभी ट्रेनों में रिजर्वेशन के लिए खूब कोशिश की लेकिन जब ट्रेन में सीट नहीं मिली तो उन्होंने बेटे को खुद इंदौर पहुंचाने की ठान ली.

दिल्ली से इंदौर की दूरी करीब 800 किलोमीटर है. ऐसे में राजनारायण ने तुरंत फैसला लिया कि अब वो बेटे को खुद कार चलाकर 800 किलोमीटर की दूरी तय कर इंदौर पहुंचाएंगे ताकि वो परीक्षा में शामिल हो सके.  उन्होंने रात भर कार ड्राइव की और अगले दिन बेटे को समय पर लेकर इंदौर पहुंच गए. इसके बाद उन्होंने कहा कि इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल होने के बाद उन्हें डर था कि कहीं बेटे की परीक्षा न छूट जाए इसलिए उन्होंने ये फैसला लिया.

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राजनारायण को इंडिगो क्यों देगा पैसे

दरअसल इंडिगो एयरलाइंस कंपनी ने ऐलान किया है कि उड़ान क्राइसिस के दौरान जिन यात्रियों की फ्लाइट कैंसिल हुई है उन्हें कंपनी की तरफ से 10 हजार का मुआवजा और 10 हजार रुपये का ट्रैवल वाउचर दिया जाएगा. चूंकि इंदौर की उड़ान भी एयरलाइंस कंपनी ने रद्द की थी इसलिए डीजीसीए के नियमों के मुताबिक पंघाल परिवार को भी इंडिगो की तरफ मुआवजा मिलेगा.

 

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इनपुट - सुरेंद्र सिंह
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