राजकोट जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक बेटे ने विदेश जाने की लालसा और पैसों के लालच में अपने ही पिता की हत्या करवा दी. इस हत्या को अंजाम देने के लिए उसने अपने चचेरे भाई को एक लाख रुपये की सुपारी दी थी. पुलिस ने मामले की सच्चाई सामने लाते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना 9 दिसंबर 2025 की है. राजकोट जिले के उपलेटा तालुका के चारेलिया गांव के बाहरी इलाके में 50 वर्षीय कानाभाई जोग की मौत की सूचना पुलिस को मिली. शुरू में मृतक के भतीजे विरम जोग ने पुलिस को बताया कि उनके चाचा की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है. वह राजपरा से धंक गांव जाते समय कथित तौर पर एक्सीडेंट का शिकार हुए थे और खेत में लाते समय दम तोड़ दिया.
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लेकिन पुलिस को शुरुआत से ही कहानी संदिग्ध लगी. घटनास्थल, बयान और परिस्थितियां मेल नहीं खा रही थीं. इसी शक के आधार पर पुलिस ने गहराई से जांच शुरू की और जल्द ही सच सामने आने लगा.
बेटी की शिकायत और जांच में खुली साजिश
संदेह बढ़ने पर मृतक काना जोग की 22 वर्षीय बेटी देवी जोग ने अपने चचेरे भाई विरम जोग के खिलाफ भायावदर पुलिस स्टेशन में धारा 103(1), 217(B) और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया. पुलिस पूछताछ में विरम टूट गया और उसने हत्या की पूरी साजिश का खुलासा कर दिया.
उसने बताया कि यह सब मृतक के बेटे रामदे जोग की योजना थी. हत्या की सुपारी उसी ने दी थी और बदले में 1 लाख रुपये देने की बात कही थी. यहां तक कि उसने यह भी वादा किया था कि वह विरम को जिंदगीभर खाना खिलाएगा.
इजराइल जाने और बीमा की रकम के लालच में बना था हत्या का प्लान
पुलिस जांच में पता चला कि 25 वर्षीय रामदे जोग को इजराइल नौकरी के लिए जाना था. इसके लिए उसे लगभग 16 लाख रुपये की जरूरत थी. पैसे जुटाने के लिए उसने अपने पिता के नाम पर करीब एक साल पहले एचडीएफसी की बीमा पॉलिसी ली थी, जिससे पिता की मृत्यु पर उसे 60 से 70 लाख रुपये मिल सकते थे. इसी लालच में उसने अपने पिता को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया. फिर उसने अपने चचेरे भाई विरम को हत्या के लिए तैयार किया और पूरी योजना उसे समझाई.
दवा से नहीं बना काम, फिर कुल्हाड़ी से दी मौत
हत्या की योजना के अनुसार, 8 दिसंबर को विरम ने चूहे और कीड़े मारने वाली दवा को ठंडे पेय में मिलाकर कानाभाई को पिलाया. लेकिन कानाभाई को तेज उल्टी हुई और दवा बाहर निकल गई, जिससे वह बच गए. इसके बाद रामदे ने विरम को पिता को कुल्हाड़ी से मारने का आदेश दिया.
9 दिसंबर को विरम, कानाभाई को बाइक पर खेत में ले गया, वहां उन्हें शराब पिलाकर एक कमरे में सुला दिया और फिर कुल्हाड़ी से उनके सिर पर वार कर उनकी हत्या कर दी. इसके बाद दोनों ने कहानी गढ़ी कि कानाभाई की मौत सड़क दुर्घटना में हुई.
साजिश का पर्दाफाश, दोनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस की कड़ी जांच और पूछताछ में पूरी साजिश सामने आ गई. भायावदर पुलिस ने बेटे रामदे जोग और चचेरे भाई विरम जोग दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब बीमा पॉलिसी, पैसों के लेन-देन और घटना में शामिल अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है.