गुजरात के जूनागढ़ में साइबर फ्रॉड के बड़े मामले का खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में एक साधु को अरेस्ट किया है. कल्याणगिरी नाम के इस साधु को लेकर जब जांच की गई तो यह 40 लाख रुपये से अधिक की हेराफेरी में शामिल पाया गया है. पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस अधिकारी रविराज परमार ने बताया कि जांच में सामने आया है कि जिन बैंक खातों के जरिए यह रकम इधर-उधर की गई, उन खातों पर ठगी की कुल 8 अलग-अलग शिकायतें दर्ज हैं. साइबर क्राइम पुलिस ने कल्याणगिरी के बैंक अकाउंट्स में हो रहे संदिग्ध लेन-देन के आधार पर पूरे साइबर फ्रॉड नेटवर्क की गहराई से जांच शुरू कर दी है.
साइबर क्राइम जांच एजेंसियों के मुताबिक, कल्याणगिरी युवाओं को अपनी बातों में फंसाकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाता था. इन खातों का इस्तेमाल ठगी की रकम को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था. इसके बदले युवाओं को कमीशन दिया जाता था.
बताया जा रहा है कि कल्याणगिरी के तार देश के अलग-अलग राज्यों में फैले साइबर फ्रॉड नेटवर्क से भी जुड़े हो सकते हैं. केरल स्थित एक गौशाला के संचालक कल्याणगिरी से पिछले दो दिनों से लगातार पूछताछ की जा रही है. पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान इस नेटवर्क से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते हैं.
गौरतलब है कि जूनागढ़ में साइबर फ्रॉड मामलों में अब तक कुल 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल साइबर क्राइम पुलिस बैंक खातों, डिजिटल ट्रांजेक्शन्स और आरोपियों के आपसी संपर्कों की हर एंगल से जांच कर रही है.