गिर सोमनाथ जिले के वेरावल में इन दिनों एक ऐसे अपराधी की चर्चा है, जिसकी दहशत ने पुलिस से लेकर स्थानीय लोगों तक को दंग कर दिया है. 10वीं पास डॉक्टर के क्लिनिक में कंपाउंडर का काम करने वाला, 24 साल का युवक। कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि यही शख्स अपने मौज और शौक पूरे करने के लिए दो हत्याएं कर चुका है. और दोनों हत्याएं भी ऐसी कि पुलिस भी पहले मामले को सामान्य मौत मानने लगी थी.
पिछले दिनों 11 नवंबर को वेरावल में एक महिला की संदिग्ध मौत की खबर सामने आई थी. शुरुआती नजर में लोगों ने घर में पड़े इंजेक्शन, हाथ पर सुई का निशान को देखकर सुसाइड माना. लेकिन पुलिस ने जब गद्दे पर पड़े खून के धब्बों को देखा तो बारिकी से जांच की. बाद में पता चला कि महिला के शरीर से सोने के गहने भी गायब थे. पहली ही जांच में पुलिस समझ गई यह कोई प्राकृतिक मौत नहीं, बड़ी चालाकी से की गई हत्या है. सुराग से पुलिस के हाथ लगा कंपाउंडर श्याम चौहान नाम का दरिंदा. वह मृतक महिला का पड़ोसी था और जिसे महिला अपनी बीमारी या रिपोर्ट्स को लेकर भरोसे में रखा करती थी.
थैलेसीमिया रिपोर्ट के बहाने घर पहुंचा मौत देने
मृतका भावनाबेन चांडेगरा के परिवार ने बताया कि उनका श्याम पर भरोसा था क्योंकि वह पास के ही डॉक्टरों के यहां कंपाउंडर के रूप में काम करता था. श्याम ने महिला को विश्वास में लेकर कहा कि वह सस्ते में थैलेसीमिया की जांच करवा देगा. इसी बहाने वह 11 नवंबर की सुबह महिला के घर पहुंचा. पुलिस जांच में सामने आया कि जांच के नाम पर लिया जाने वाला ब्लड सैंपल तो न के बराबर था, लेकिन इंजेक्शन की शीशी और सुई का इस्तेमाल किसी खतरनाक योजना का हिस्सा था. श्याम ने भावनाबेन को एनेस्थीसिया यानी बेहोशी की दवा का ओवरडोज दे दिया. दवा शरीर में जाते ही महिला बेहोश हुई और कुछ ही मिनटों में उसकी सांसें रुक गईं. पुलिस के मुताबिक हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी, ताकि न खून बहे और न कोई शोरगुल हो.
चार महीने पुराना राज भी खुला
पुलिस ने जब श्याम को गिरफ्तार किया और पूछताछ शुरू की, तो उसने चौंका देने वाली बात स्वीकार कर ली. उसने बताया कि चार महीने पहले मैंने अपने दोस्त को भी मार दिया था. उसे मॉर्फिन की गोलियां दी थीं. उसके गहने ले लिए और मौज में खर्च कर डाले. इस कुबूली बयान ने पुलिस को भी हिलाकर रख दिया. एक 24 साल का साधारण युवक, जो ज्यादा पढ़ा-लिखा भी नहीं है उस प्लानिंग के साथ मर्डर कर रहा है. जांच अधिकारियों के मुताबिक यह सीरियल किलर के शुरुआती पैटर्न जैसा है. श्याम के दोस्त की मौत को सामान्य बीमारी समझकर दफना दिया गया था. परिवार को भी कभी शक नहीं हुआ कि मौत के पीछे कोई हाथ हो सकता है.
पुलिस की सूझबूझ ने पकड़ा कातिल
भावनाबेन की मौत के बाद पुलिस की नजर सबसे पहले कमरे में पड़े इंजेक्शन पर गयी. घर में कोई जबरन घुसपैठ नहीं थी, दरवाजा भी टूटा नहीं था. मतलब मर्डर किसी जानकार ने किया था. पुलिस को संदेह हुआ कि यह कोई ऐसा व्यक्ति हो सकता है जिसे महिला घर के अंदर आने देती हो. यहीं से नजर गई पड़ोसी श्याम चौहान पर. जांच के दौरान पुलिस ने श्याम की गतिविधियों पर नजर रखी. इसी दौरान पुलिस को एक खबर मिली कि श्याम शहर की एक ज्वेलरी दुकान में किसी श्यामलाल नाम से सोने के आभूषण गिरवी रखने गया है. टीम ने तुरंत घेराबंदी की और श्याम को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. दुकानदार भी यह देखकर हैरान था कि सामने खड़ा 24 साल का दुबला-पतला युवक इतनी बेहिचक चोरी के जेवर गिरवी रख रहा था. गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने उसी समय पूछताछ शुरू की, तो श्याम टूट गया और हत्या करने की बात स्वीकार कर ली.
मौज-शौक और नशे में उड़े पैसे
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गांव के क्लिनिकों में कंपाउंडर का काम करता था, लेकिन नियमित आय कम होने के कारण अक्सर पैसों की तंगी रहती थी. वह नशे और मौज-मस्ती का शौकीन था. इस शौक ने उसे आसान पैसे की तलाश में अपराध की राह पर धकेल दिया. पुलिस के अनुसार श्याम ने यह भी स्वीकार किया कि वह मेडिकल दवाओं के बारे में थोड़ा बहुत जानता था. कौन-सी दवा कितनी खुराक में जानलेवा साबित हो सकती है. इसी जानकारी का दुरुपयोग करते हुए उसने दोनों हत्याएं कीं.
अस्पताल और घटनास्थल की रिपोर्ट ने खोला राज
क्राइम ब्रांच टीम ने घटनास्थल की जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए जैसे - बेड पर खून के हल्के धब्बे, शरीर पर सुई का ताजा निशान, खाली सिरिंज और इंजेक्शन, गहने गायब. शुरूआत में मौत को सामान्य माना गया था, लेकिन मेडिकल टीम ने बताया कि बेहोशी की दवा का ओवरडोज़ मौत का प्रमुख कारण हो सकता है. यही वह सुराग था जिसने पूरे केस की दिशा बदल दी.
सोमनाथ एसपी का बड़ा बयान
सोमनाथ जिले के एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी घटना का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि मामला शुरू से ही संदिग्ध लग रहा था. आरोपी महिला को अच्छी तरह जानता था और उसे रिपोर्ट बनवाने के नाम पर घर ले गया. जांच में पता चला कि महिला की हत्या बेहद योजनाबद्ध तरीके से की गई है. एसपी ने पुष्टि की कि अभियुक्त के खिलाफ दो मर्डर के केस दर्ज कर लिए गए हैं और पुलिस पुराने मामलों को भी छानबीन कर रही है कि कहीं इसके हाथ और किसी अपराध में तो नहीं लगे हैं.