हमेशा से अंडे सबसे पौष्टिक चीजों में से एक माने जाते रहे हैं क्योंकि इनमें सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन और मिनरल्स होते हैं. एक बड़े अंडे में 6-7 ग्राम प्रोटीन होता है. साथ ही विटामिन ए, डी, ई और बी12, कोलीन, ल्यूटिन, जेंक्सैंथिन और अनसैचुरेटेड फैट होता है. नाश्ते में इसे आसानी से खाया जा सकता है या फिर अलग-अलग तरह की डिश इससे बनाई जा सकती हैं. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है जिसमें प्रीमियम अंडा ब्रांड्स में से एक एगोज (Eggos) के ऊपर सवाल खड़े किए.
खाने वाली चीजों और हेल्थ प्रोडक्ट्स की इंडिविजुअल टेस्टिंग कराने वाले यूट्यूब चैनल ट्रस्टिफाइड ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि एगोज़ के अंडों के एक सैंपल में कैंसर से जुड़े कैमिकल पाए गए हैं. यह खबर तेजी से सोशल मीडिया पर फैली कि कई लोगों के मन में सवाल उठ गया कि क्या अंडे खाना अभी भी सुरक्षित है?
टेस्टिंग में क्या पाया गया?
ट्रस्टिफाइड ने वीडियो में बताया कि हमने जब एगोज अंडों के एक बैच की लैब में टेस्टिंग कराई गई तो टेस्टिंग रिपोर्ट में एओजेड नामक कंपाउंड की मौजूदगी 0.73 पार्ट्स प्रति बिलियन (पीपीबी) पाई गई.
एओजेड नाइट्रोफ्यूरान नामक एंटीबायोटिक दवाओं के एक ग्रुप का अवशेष है जो भारत में प्रतिबंधित हैं क्योंकि वो जीन टॉक्सीसिटी से जुड़ा है यानी कि वो आपके डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं और संभावित रूप से कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं.
भारत की ऑफिशिअल फूड रेगुरेट्री बॉडी यानी फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के मुताबिक, इस कैमिकल की थोड़ी सी भी मात्रा की अनुमति नहीं है. इन कैमिकल पर प्रतिबंध लगाया गया है क्योंकि नाइट्रोफ्यूरान मुर्गियों के शरीर के टिश्यूज में और यहां तक कि अंडों में भी लंबे समय तक रह सकते हैं. यदि मुर्गियां किसी भी समय इन एंटीबायोटिक दवाओं के संपर्क में आईं तो बाद में अंडों में उनके अवशेष दिखाई दे सकते हैं. भले ही फार्म ने उस बैच में सीधे तौर पर दवा का उपयोग न किया हो.
एगोज ने जारी किया बयान
वीडियो वायरल होने के बाद एगोज न्यूट्रिशन ने बैन एंटीबायोटिक्स के इस्तेमाल से इनकार किया है और कहा है कि उनके अंडे सुरक्षित हैं. कंपनी का कहना है कि वह स्ट्रिक्टली क्वालिटी की जांच करती है और FSSAI के सभी नियमों को फॉलो करती है. साथ ही कहा कि रिजल्ट की पुष्टि करने के लिए वो भी स्वयं टेस्ट करेंगे.
वायरल वीडियो के कारण लोगों के मन में यह सवाल और चिंता तो पैदा हो गई है कि अंडे कितने सेफ हैं. इस बारे में डॉक्टर्स का क्या कहना है, ये भी जान लीजिए.
क्या कहते हैं डॉक्टर्स?
मुंबई के डॉ. मनन वोरा ने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया, 'मुंबई के ऑर्थोपेडिक सर्जन ने इंस्टाग्राम पर ट्रस्टिफाइड वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि एक बैच के टेस्ट में बैन दवाएं नाइट्रोफ्यूरान और नाइट्रोइमिडाजोल मिलीं. यह टेस्टिंग एक अंडे के बैच की प्रॉब्लम को दिखाता है ना कि दिखाता है कि अंडे खाने वाले सभी लोगों के लिए कोई खतरा है.पाई गई मात्रा काफी कम है और सामान्य रूप से अंडे के सेवन से नुकसान होने की संभावना नहीं है.'
'सबसे बड़ी समस्या यह पता लगाना है कि ये कैमिकल अंडे तक पहुंचते कैसे हैं. ये जो जेनोटॉक्सिक हैं वो DNA खराब कर कैंसर पैदा कर सकते हैं. ये मुर्गियों को बैक्टीरिया से बचाने और ज्यादा अंडे देने के लिए गैरकानूनी तरीके से दी जाती हैं. खासकर छोटी या बिना नियम-कानून वाली पोल्ट्री फार्मिंग में.'
'इसका मतलब यह है कि कुछ जगहों पर मुर्गियों को ऐसी दवाइयां दी जाती हैं जो नहीं देनी चाहिए या अधिक मात्रा में दी जाती हैं. ऐसी गड़बड़ियां ज़्यादातर सप्लाई चैन, खराब फार्मिंग प्रैक्टिस और ढीली मॉनिटरिंग की वजह से होती हैं. ये इसलिए नहीं होता कि अंडे अपने आप में खतरनाक होते हैं.'
कैसे खाएं अंडे?
बेंगलुरु के स्पर्श हॉस्पिटल में कंसलटेंट ब्रेस्ट कैंसर और रिकंस्ट्रक्टिव सर्जन डॉ. कनमणि गोविंदराव तेलकर ने बताया, 'सोशल मीडिया पर एगोज अंडों को लेकर जो वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें AOZ नाम के एक रसायन के मिलने और उसे कैंसर से जोड़ने की बात कही गई है, उसे देखकर घबराने की जरूरत नहीं है. यह जांच सिर्फ एक बैच में हुई थी और इससे यह साबित नहीं होता कि सभी अंडे खराब हैं या कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं.'
'AOZ नाइट्रोफ्यूरान नाम के एक पुराने एंटीबायोटिक का अवशेष हो सकता है, जिसे अब कई देशों में इस्तेमाल करना मना है, लेकिन अगर इसकी मात्रा बहुत कम हो तो इससे शरीर पर तुरंत कोई नुकसान नहीं होता. अंडे अपने आप में बहुत पौष्टिक भोजन हैं. इनमें प्रोटीन, विटामिन और शरीर को रोजाना चाहिए होने वाले कई जरूरी तत्व होते हैं. अगर आप साफ-सुथरे और भरोसेमंद स्रोत से अंडे खरीदते हैं, तो उन्हें खाने में कोई दिक्कत नहीं है.'
'वायरल वीडियो इंटरनेट पर डर फैलाने वाला ज्यादा दिखता है, क्योंकि इसमें जो स्तर बताया गया है, उससे वास्तविक रूप में कैंसर का खतरा बहुत कम है. मेरी सलाह है कि लोग घबराने की जगह समझदारी से काम लें. हमेशा FSSAI-सर्टिफाइड या जांचे-परखे ब्रांड के अंडे ही खरीदें, अच्छी तरह उबालकर या पकाकर खाएं, और अगर किसी ब्रांड पर सवाल उठे तो उसके बारे में आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार करें.'
'हमें खाने से नहीं, बल्कि इस बात से सावधान रहना चाहिए कि कहीं कोई कंपनी गलत तरीके से एंटीबायोटिक या रसायन का इस्तेमाल तो नहीं कर रही, इसलिए सरकार और जांच एजेंसियों को भी ज़रूरी है कि वे नियमित रूप से टेस्ट करते रहें. कुल मिलाकर इस वीडियो के कारण अंडे खाना छोड़ना या डरना सही नहीं है, बस भरोसेमंद स्रोत और सही जानकारी पर भरोसा रखें.'
अंडे और कैंसर का कनेक्शन, क्या सच में खतरा है?
2022 में मेटा-एनालिसिस में पाया कि अधिक अंडे खाने से कैंसर से मौत का खतरा थोड़ा बढ़ सकता है. लेकिन अंडे को कुल मौतों या दिल की बीमारी से कोई स्पष्ट संबंध नहीं मिला. रोजाना अंडे खाने से अंडाशय, ब्रेस्ट या कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम हो सकता है, जैसा कि कुछ पुरानी रिसर्चों ने बताया है.
2024 में हुई एक और स्टडी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अंडे को कैंसर के लिए जिम्मेदार ठहराने के लिए 'बहुत कम सबूत' हैं. ब्रिटेन में कैंसर रिसर्च यूके के एक्सपर्ट्स का कहना है कि अंडों को कैंसर फैलाने वाला कहना गलत है. सच तो ये है कि ज्यादातर फूड्स पर ऐसा कोई पक्का प्रूफ नहीं, सिर्फ रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट जैसे अपवाद हैं, जो रिस्क बढ़ाते हैं.
क्या अंडे खाना बंद कर देना चाहिए?
अब सवाल आता है तो क्या हमें अंडे खाना बंद कर देना चाहिए? जवाब है. नहीं. अधिकतर लोगों के लिए अंडे अभी भी सेहतमंद और सुरक्षित भोजन माने जाते हैं. न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अंडे बेहतरीन प्रोटीन, कई तरह के विटामिन और अच्छे फैट (फायदे वाले वसा) का बहुत अच्छा सोर्स हैं. भारत में FSSAI ने अंडों के लिए सख्त नियम बना रखे हैं. जैसे:
अंडे खाना सुरक्षित है, बस आप भरोसेमंद दुकानदार या सोर्स से खरीदें.