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फैक्ट चेक: पीएम मोदी और राहुल गांधी वोटर्स को लुभाने के लिए नहीं दे रहे कोई फ्री रिचार्ज, फर्जी हैं ये वेबसाइट्स  

चुनाव के समय अक्सर शराब, साड़ी और नकदी बंटने की खबरें आती हैं, लेकिन क्या अब नेता, वोटरों को रिझाने के लिए फ्री में मोबाइल रिचार्ज करवा रहे हैं? वो भी पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी जैसे बड़े नेता? सोशल मीडिया और वाट्सऐप पर वायरल हो रहे दो अलग-अलग मैसेज शेयर करते हुए कुछ ऐसा ही कहा जा रहा है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
पीएम मोदी और राहुल गांधी वोटर्स को लुभाने के लिए उन्हें ₹719 का फ्री रिचार्ज दे रहे हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
न तो पीएम मोदी और न ही राहुल गांधी की तरफ से ऐसा कोई मुफ्त रिचार्ज दिया जा रहा है. इन रिचार्ज योजनाओं के नाम पर शेयर हो रही वेबसाइट्स पूरी तरह फर्जी हैं.

चुनाव के समय अक्सर शराब, साड़ी और नकदी बंटने की खबरें आती हैं, लेकिन क्या अब नेता, वोटरों को रिझाने के लिए फ्री में मोबाइल रिचार्ज करवा रहे हैं? वो भी पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी जैसे बड़े नेता? सोशल मीडिया और वाट्सऐप पर वायरल हो रहे दो अलग-अलग मैसेज शेयर करते हुए कुछ ऐसा ही कहा जा रहा है.

इनमें लिखा है कि पीएम मोदी और राहुल गांधी, जनता को 84 दिन की वैधता वाला ₹719 का फ्री रिचार्ज दे रहे हैं ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा लोग वोट दें. इन पोस्ट्स में दो अलग-अलग वेबसाइट्स के लिंक भी हैं. मैसेज के मुताबिक, इन्हीं लिंक्स पर क्लिक करके ये रिचार्ज प्राप्त किया जा सकता है.

मिसाल के तौर पर, पीएम मोदी के नाम पर वायरल मैसेज में लिखा है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सभी भारतीय यूजर्स को ₹719 का 84 दिन वाला रिचार्ज फ्री में दे रहे है ताकि 2024 के चुनाव में ज्यादा से ज्यादा लोग बीजेपी को वोट कर सकें और फिर से BJP सरकार बन सके. मैंने भी इससे अपना 84 दिन का फ़्री Recharge किया है, आप भी अभी नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करके 84 दिन का Free Recharge प्राप्त करें (चुनाव से पहले)” 

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लगभग ऐसा ही मैसेज राहुल गांधी के नाम पर भी शेयर हो रहा है.


लेकिन हकीकत ये है कि न तो पीएम मोदी और न ही राहुल गांधी की तरफ से ऐसा कोई मुफ्त रिचार्ज दिया जा रहा है. दोनों नेताओं के नाम पर फ्री रिचार्ज का लालच देने वाली वेबसाइट्स फर्जी हैं. इस किस्म की नकली वेबसाइट्स का इस्तेमाल अक्सर धोखधड़ी करने और लोगों की निजी जानकारियां चुराने के लिए किया जाता है.

मोदी वाले पोस्ट में मौजूद वेबसाइट के यूआरएल 'audreyparily.com' से ही पता लग जाता है कि ये सरकारी वेबसाइट नहीं है, क्योंकि सरकारी वेबसाइट्स के अंत में अमूमन 'gov.in' और 'nic.in' लिखा होता है.

इसके अलावा, ऐसी और भी कई बातें हैं जिनसे इनके नकली होने का पता लगता है. आइए, इनके बारे में जानते हैं.

मोदी के नाम पर वायरल नकली वेबसाइट की कहानी

पीएम मोदी के नाम पर शेयर किए जा रहे फ्री रिचार्ज लिंक पर क्लिक करने से एक दूसरा पेज खुलता है जिसमें मोदी की फोटो के साथ लिखा है, “प्रधानमंत्री फ्री रिचार्ज योजना”.  


यानी, इसके जरिए ये दिखाने की कोशिश की गई है कि ये कोई सरकारी योजना है. हालांकि हकीकत ये है कि सरकार ने ऐसी किसी योजना का ऐलान नहीं किया है. भारत सरकार की संस्था 'प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो' कई बार चेतावनी जारी कर चुकी है कि पीएम या भारत सरकार के नाम पर फ्री रिचार्ज का प्रलोभन देने वाली ऐसी वेबसाइट्स पर यकीन न करें.

 

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पीएम मोदी के नाम पर वायरल हो रहे लिंक पर क्लिक करने से जो पेज खुलता है वहां “Get Free Recharge” लिखा लिखता है. इस पर क्लिक करने के बाद “फ्री रिचार्ज को एक्टीवेट” करने के लिए आपसे फोन नंबर और टेलिकॉम ऑपरेटर का नाम मांगा जाता है.

साथ ही, ये भी कहा जाता है कि फ्री रिचार्ज पाने के लिए इस मैसेज को 10 वाट्सऐप यूजर्स को या किसी वॉट्सऐप ग्रुप में भेजना होगा.

फर्जीवाड़ा करने वाले अक्सर इस तरह के तरीके अपनाकर लोगों की निजी जानकारियां चुराते हैं, इसलिए कभी भी ऐसी वेबसाइट्स में अपनी व्यक्तिगत जानकारियां नहीं डालनी चाहिए.

गौर करने वाली बात है ये है कि अपने फोन नंबर की जगह कोई भी नंबर, जैसे “123456789” डालने पर भी सिस्टम इसे गलत नहीं बताता और आगे के स्टेप्स फॉलो करने के लिए कहता है.

राहुल गांधी के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े का सच

राहुल गांधी के नाम पर शेयर हो रहे वेबसाइट लिंक पर क्लिक करने से भी “फ्री रिचार्ज” पाने के मैसेज को वाट्सऐप पर 10 लोगों को भेजने के लिए कहा जाता है.

मजे की बात ये है यहां “रिचार्ज” वाले पेज पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की तस्वीरों वाले एक पोस्टर पर, “सबका साथ, सबका विकास” लिखा है, जो बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी का नारा है.  

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इस मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से एक दूसरा पेज खुलता है, जिसका यूआरएल “https://downloadfilmyzilla.com/Dds/” है. हमने देखा कि “Downloadfilmyzilla” नाम की वेबसाइट पर फिल्मों से संबंधित आर्टिकल हैं. 

दोनों वेबसाइट्स के बीच हो सकता है कनेक्शन

हमें मोदी और राहुल गांधी वाली दोनों फर्जी वेबसाइट्स में कुछ ऐसी चीजें दिखीं, जिन्हें देखकर लगता है कि इनका आपस में कुछ संबंध हो सकता है.

इन पर क्लिक करने से जो पेज खुलते हैं वहां कुछ कमेंट्स नजर आ रहे हैं. देखने में ये कुछ ऐसे फेसबुक यूजर्स के कमेंट लगते हैं, जिन्हें इस रिचार्ज योजना का फायदा मिल गया है. लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि दोनों पेजों पर हूबहू एक ही जैसे कमेंट्स हैं. यहां तक कि कमेंट करने वाले यूजर्स के जो नाम मोदी वाले पेज पर हैं, वहीं नाम राहुल गांधी वाले पेज पर भी देखे जा सकते हैं. बस लोगों की प्रोफाइल पिक्चर अलग है. ये मुमकिन है कि दोनों फर्जी मैसेज और इनके लिंक्स का आपस में कुछ कनेक्शन हो या इन्हें एक ही जगह से ऑपरेट किया जा रहा हो.

राजस्थान से जुड़े हो सकते हैं तार

दूसरी अहम बात ये है कि दोनों ही वेबसाइट्स में राजस्थान से कुछ कनेक्शन नजर आता है. पीएम मोदी के नाम पर शेयर हो रहे लिंक “https://audreyparily.com/BJPi2024-Recharge/id=byIS60F3” पर क्लिक करने से
एक दूसरी वेबसाइट- “https://mahirfacts.com/Drt/” खुलती है. हमें “MahirFacts” नाम की एक वेबसाइट मिली जिस पर ऑनलाइन कमाई, फिल्म रिव्यू, भर्तियों आदि से जुड़े कुछ आर्टिकल्स मौजूद हैं. इसके 'अबाउट सेक्शन' में लिखा है कि इसे राजस्थान का रहने वाला माहिर खान नाम का कोई व्यक्ति चलाता है.

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वहीं, राहुल गांधी के नाम पर शेयर हो रही वेबसाइट 'probiv.in' की 'गोडैडी हूइज' नामक टूल की मदद से जांच करने पर हमें पता लगा कि इसका रजिस्ट्रेशन राजस्थान जिले से किया गया था.

हम पक्के तौर पर नहीं कह सकते लेकिन ऐसा हो सकता है कि राजस्थान में रहने वाला कोई माहिर खान नाम का शख्स ही इन फर्जी वेबसाइट्स को चला रहा हो.

कुल मिलाकर ये स्पष्ट है कि ये वायरल हो रहे ये दोनों मैसेज पूरी तरह मनगढ़ंत हैं. आजतक पहले भी इस तरह के फ्री रिचार्ज वाले मैसेज की सच्चाई बता चुका है.

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