एजेंडा आज तक 2025 में दूसरे दिन बॉलीवुड डीवा रकुल प्रीत सिंह गेस्ट बनीं. यहां उन्होंने फिल्म दे दे प्यार दे 2 की सक्सेस पर बात की. उम्र में बड़े हीरो अजय देवगन संग पर्दे पर रोमांस करने को लेकर भी उन्होंने अपनी राय रखी. दे दे प्यार दे 2 के हिट होने पर रकुल ने खुशी जताई. वो
रकुल कहती हैं- फिल्म को बहुत ही अच्छा रिस्पॉन्स मिला. लोगों का प्यार मिला. इस फिल्म में जो मुझे किरदार मिला वो संतुष्टि देने वाला था. बहुत कम फिल्में होती हैं जहां एक्ट्रेसेज को ऐसा रोल मिलता है. मेरी उम्मीद यही है आगे भी इसी तरह के किरदार मुझे मिले. फिल्म में अजय देवगन और रकुल प्रीत के बीच एज गैप डिफरेंस है.
इसे लेकर वो कहती हैं- मैंने काफी ऐसे रियल लाइफ कपल देखे हैं जिनमें एज गैप काफी होता है. ऐसे कंटेंट के साथ फिल्म बनाना मुश्किल होता है. हमने फिल्म में ऐसा नहीं दिखाया कि लोग ऐसे रिश्ते को आसानी से स्वीकार लेते हैं. इसका इम्पैक्ट क्या होता है, क्या नुकसान होता है, हमने सब दिखाया है.
अजय संग रोमांस करना था कितना मुश्किल?
रकुल कहती हैं- एक्टिंग वीयर्ड प्रोफेसन है. एक्शन और कट के बीच आप अलग किरदार हैं. मुझे भी नहीं पता वो स्विच कैसे आता है. सीन में रोने से पहले हम हंसते हैं. सेट पर काफी हलचल होती है. लेकिन जैसे ही कैमरा ऑन होता है एकदम से आपके अंदर स्विच आता है. अजय सर, हमेशा सर रहेंगे, उन्हें देखकर मैं बड़ी हुई हैं. वो सुपरस्टार हैं. उनके लिए रिस्पेक्ट हमेशा रहेगी.
फिल्मों में हीरो-हीरोइन के बीच ऐज गैप दिखाने की आलोचना भी होती है. इस पर रकुल को मानना है कि सिनेमा को एंटरेटनमेंट के मकसद से देखा जाना चाहिए. इसे समाज का आईना नहीं मानना चाहिए. वो कहती हैं- हम एक्शन मूवी देखकर सड़क पर गोली नहीं चलाने लगते, कुछ फिल्में इम्पैक्ट के लिए बनती हैं, कुछ एंटरटेनमेंट के लिए.
दे दे प्यार दे के सीक्वल को बनने में क्यों लगे 6 साल?
वो कहती हैं- कोविड की वजह से ऐसा हुआ. हम लोग ट्रैवल नहीं कर पाए. आइडिया था कि जब एक स्क्रिप्ट अच्छी क्रैक नहीं होगी फिल्म नहीं बनाएंगे. बस बनाने के मकसद से ये प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे. हमें अच्छी कहानी का इंतजार था. आखिर वो मिली तो फिल्म बननी शुरू हुई. मैं पार्ट 2 को लेकर बहुत एक्साइटेड थी. मुझे पता था मेरा रोल सॉलिड होगा. लोग कहते हैं ये फिल्म बहुत प्रोग्रेसिव और फनी थी.
क्या खुद को ए- लिस्टर स्टार्स में देखती हैं रकुल?
एक्ट्रेस ने कहा- मैं उस कॉम्पिटिशन में नहीं जाती. क्योंकि प्रेशर कभी खत्म नहीं होता. आपका अराइवल कभी खत्म नहीं होता. इतना प्रेशर नहीं लेना चाहिए, मैं अच्छी स्क्रिप्ट करती रहूं, लोगों को पसंद आती रहूं, बस वो ही चाहिए. एक लड़की जिसका कोई एक्टिंग कनेक्शन नहीं था. आज वो 10-12 साल से एक्टिंग कर रही है, यही अपने आप में बहुत ज्यादा है. मैं ऐसी इंसान हूं जो फिल्म रिलीज होने के बाद, रिव्यूज देखने के बाद अगले प्रोजेक्ट की तैयारी में लग जाती हूं. मेरा मानना है कि जिस दिन मैं सोचूंगी कि मैं अराइव कर चुकी हूं तब से मेरा डाउनफॉल शुरू हो जाएगा.