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अक्षय कुमार की 'राम सेतु' से क्लैश होगी जॉन अब्राहम की फिल्म, अटैक एक्टर बोले- अब ये गलत है या...

अपनी फिल्मों पर बात करते हुए जॉन ने कहा, अगर फिल्म नहीं भी चले, तो मुझे नहीं लगता कि ऑडियंस आती है और कहती है कि आपकी फिल्म खराब थी. मैं बहुत सेफ होता हूं. जब कहीं बाहर की स्क्रिप्ट पढ़ता हूं जो बेहतरीन होती है, तो सोचता हूं कि मैं इसमें प्रोड्यूसर क्यों नहीं बन सकता.

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अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम
अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम

जॉन अब्राहम, 'तारा वर्सेज बिलाल' फिल्म को लेकर सुर्खियों में हैं. जॉन इस फिल्म के को-प्रोड्यूसर हैं. अटैक एक्टर ने फिल्म रिलीज से पहले स्टारकास्ट और कॉन्टेंट पर ढेर सारी बातचीत की है. इसके अलावा अक्षय कुमार की फिल्म 'राम सेतु' से टक्कर पर भी उन्होंने खुल कर बोला है. 

एक्टर से प्रोड्यूसर बने जॉन
बतौर प्रोड्यूसर स्क्रिप्ट चुनते वक्त जॉन के जेहन में क्या चलता है. इसके जवाब में जॉन कहते हैं, प्रोड्यूसर के तौर पर हम कई बार गलत भी होते हैं. मेरा फोकस हमेशा से कॉन्टेंट पर ही रहा है. फिर चाहें वो विक्की डोनर हो या मद्रास कैफे या फिर बाटला हाउस. बेहतरीन कॉन्टेंट ही आपके अंदर के ड्राइव को जगाती है. अपने प्रोडक्शन हाउस का प्रोजेक्ट कर रहा होता हूं, तो काफी सेफ महसूस करता हूं. क्योंकि बतौर प्रोड्यूसर मेरी कोशिश रही है कि मैं कॉन्टेंट को ज्यादा से ज्यादा क्यूरेट कर सकूं. 

आगे वो कहते हैं कि अगर फिल्म नहीं भी चले, तो मुझे नहीं लगता कि ऑडियंस आती है और कहती है कि आपकी फिल्म खराब थी. मैं बहुत सेफ होता हूं. जब कहीं बाहर की स्क्रिप्ट पढ़ता हूं जो बेहतरीन होती है, तो सोचता हूं कि मैं इसमें प्रोड्यूसर क्यों नहीं बन सकता. प्रोड्यूसर बनने के बाद देखता हूं कि क्या मैं इसके लिए सही कास्ट हूं. मैं खुद को एक्टर के तौर पर कभी आगे नहीं रखता, मेरे लिए उस वक्त फिल्म जरूरी बन जाता है. मेरी मौजूदगी से ज्यादा फिल्म चलने वाली नहीं है. मेरा होना या नहीं होना कोई फर्क नहीं पड़ता है. सारा खेल कॉन्टेंट का ही है. 

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टैलेंट को प्रमोट करते हैं जॉन 
जॉन ने हमेशा नए टैलेंट्स को अपने प्रॉडक्शन हाउस में मौका दिया है. इस पर जॉन कहते हैं, आप सिर्फ एक पॉइंट पर एक टैलेंट को लेकर जा सकते हो. उसके बाद टैलेंट पर निर्भर करता है कि वो अपना करियर आगे बनाएगा या फिर बर्बाद करेगा. यह पूरी तरह से एक्टर के प्रोफेशनलिज्म एटीट्यूड पर ही है कि वो अपने राइटर, डायरेक्टर,फैंस के लिए कैसा होगा. मैं यहां नए टैलेंट को मौका देता रहता हूं. यहां हर कोई टैलेंटेंड है. ऐसा नहीं है कि केवल हमारी फिल्मी परिवार में ही टैलेंटेड लोग भरे पड़े हैं. आउटसाइड भी टैलेंट की भरमार है. मेरी ख्वाहिश यही है कि मेरे टैलेंट अपने करियर में सुपरसक्सेस हों. 

रामसेतु और तारा बिलाल साथ ही रिलीज हो रही है. इस पर वो कहते हैं कि देखिए हम सभी को किसी न किसी पॉइंट पर रिलीज तो करना ही है. अब यह गलत डिसीजन है या सही, इसका एक्सपर्ट मैं नहीं हूं. आज के दौर में रिलीज डेट्स चुनना वाकई बहुत मुश्किल भरा काम हो गया है. हमारी कोशिश यही है कि ऑडियंस आए और फिल्म देखें, उन्हें गुड विंडो मिले. 

बायकॉट ट्रेंड के सवाल पर बचते हुए जॉन कहते हैं, मैं किसी भी ऐसे मुद्दे पर कमेंट नहीं करूंगा कि वो बिना वजह का हैशटैग बन सोशल मीडिया पर ट्रेंड करे. फिलहाल फिल्म पर ही फोकस करते हैं. ड्राई चल रहे बॉलीवुड कलेक्शन पर जॉन अपनी राय रखते हुए कहते हैं, हम सभी को अच्छी फिल्म बनाने की जरूरत है. हम दस चीजों का आरोप लगा सकते हैं लेकिन बात अच्छी फिल्म पर ही आकर टिकटी है.

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