फिल्ममेकर आदित्य धर ने थिएटर्स में दोबारा धमाका कर दिया है. उनकी फिल्म 'धुरंधर' बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई कर रही है. वर्ल्डवाइड भी फिल्म को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. अब इसी बीच 'धुरंधर' देखने कुछ पाकिस्तान के लोग भी थिएटर्स में पहुंचे, जिन्हें आदित्य धर की फिल्म काफी पसंद आई.
'धुरंधर' की दुनिया देख क्या बोली पाकिस्तान की आवाम?
'धुरंधर' की कहानी जहां कई लोगों को पसंद आई, वहीं कुछ लोग इसपर सवाल भी उठाने लगे. उनके मुताबिक, फिल्म पॉलिटिकल होने की कोशिश करती है. बॉलीवुड स्टार ऋतिक रोशन ने भी पहले 'धुरंधर' देखने के बाद यही बात सोशल मीडिया पर लिखी थी. मगर बाद में यूजर्स द्वारा ट्रोल होने पर उन्होंने अपना बयान बदला.
अब, फिल्म जहां की कहानी को दर्शाती है, वहां के लोग भी इसे देखने थिएटर्स में पहुंच रहे हैं. पाकिस्तान की एक यूजर ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वो अपना 'धुरंधर' देखने का एक्सपीरियंस साझा कर रही हैं. X पर एक यूजर ने पाकिस्तानी लड़की का वीडियो शेयर किया है, जो विदेश में अपने दोस्तों संग 'धुरंधर' देखने पहुंची.
उन्होंने अपने रिव्यू में बताया कि उन्हें आदित्य धर की फिल्म कैसी लगी. पाकिस्तानी लड़की ने फिल्म देखने के बाद कहा, 'ये मूवी जरूर देखें. मुझे समझ नहीं आ रहा कि अच्छी एक्टिंग किसने की है. और इतनी अच्छी मूवी, मेरे ख्याल में मैंने कभी पहले नहीं देखी. जाओ और इसे देखो, इसे मिस मत करना.'
वीडियो में और भी लोग मौजूद थे. उन्होंने फिल्म की कहानी को लेकर कहा, 'मेरे सभी पाकिस्तानी लोग...ये मूवी देखने आएं. बिल्कुल एंटी-पाकिस्तान मूवी नहीं है. इतिहास दिखाया गया है. सच्चाई दिखाई गई है.' एक और ने 'धुरंधर' पर कहा, 'मुझे फिल्म बहुत पसंद आई. सब किरदार बहुत ज्यादा अच्छे थे. मेरा पर्सनल फेवरेट रणवीर सिंह था, मुझे बहुत अच्छा लगा. कोई ऐसा एक्टर नहीं जिसकी एक्टिंग बुरी थी. मूवी के डायरेक्शन, गाने, सबकुछ टॉप थे. जरूर देंखे, खुले दिमाग के साथ देखें प्लीज.'
मालूम हो कि 'धुरंधर' की कहानी पाकिस्तान के कराची में स्थित गैंगवॉर की है, जहां इंडिया का एक सीक्रेट एजेंट हमजा पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद को धीरे-धीरे खत्म करने के ऑपरेशन से रहता है. इसमें उसका सामना रहमान डकैत और मेजर इकबाल जैसे खतरनाक लोगों से होता है. इस फिल्म में पाकिस्तान द्वारा किए गए आतंकी हमलों का भी जिक्र है. ऐसे में कई लोगों की फिल्म को लेकर अलग-अलग सोच है.