
डायरेक्टर संजय लीला भंसाली ने अपने 25 साल के फिल्मी करियर को पूरा कर लिया है. उनकी फिल्मों का अहम हिस्सा रहीं दीपिका पादुकोण ने संजय के इस सफर पर उनके साथ अपने खास पलों को याद किया है. उन्होंने बताया कि संजय लीला भंसाली से मिलने की बात हुई थी उस वक्त वे उनसे मिलने की हालत में नहीं थीं. ऐसे में संजय खुद उनके मिलने आए थे.
दीपिका ने अपने इंस्टा स्टोरी पर संजय संग पहली मुलाकात को याद किया है. वे लिखती हैं '9 नवंबर 2007. मेरी डेब्यू फिल्म ओम शांति ओम, संजय लीला भंसाली की सांवरिया के आगे खड़ी थी. और आज भी मैं इस बात के लिए आभारी हूं, (मैं सोच भी नहीं सकती कि किसी फीमेल एक्टर को इस तरीके से कभी लॉन्च किया गया हो...), उस वक्त मैं ये भी सोच रही थी कि मैं शायद कभी खरा ना उतर पाउं...संजय लीला भंसाली की फिल्मों के लिए.'
दीपिका से मिलने उनके घर आए थे संजय
'2012 की बात है. मेरी तबीयत बहुत खराब थी और मैं बिस्तर पर पड़ी थी. मुझे मेरे मैनेजमेंट से कॉल आई कि संजय लीला भंसाली मुझसे मिलता चाहते हैं. मैंने चौंककर कहा 'क्या'. उन्होंने मुझसे कहा हां, वो एक फिल्म कर रहे हैं और इसलिए तुमसे मिलना चाहते हैं. मैंने कहा कि मैं तो पैरों में पहिए लगाकर उनसे मिलने चली जाती पर इस वक्त मैं बिस्तर से उठने की हालत में नहीं हूं. इसके कुछ समय बाद मुझे पता चला कि वे (संजय लीला भंसाली) मुझसे मिलने आ रहे हैं.'

संजय की फिल्म ने ऐसे बदली दीपिका की जिंदगी
इसके एक साल बाद 2013 में दीपिका संजय की फिल्म गोलियों की रासलीला: रामलीला में नजर आईं. इसके बाद उन्होंने बाजीराव मस्तानी और पद्मावत में दोबारा साथ काम किया. तीनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई. वहीं संजय की फिल्म गोलियों की रासलीला: रामलीला से दीपिका की प्यार की गाड़ी भी चल पड़ी. फिल्म में दीपिका की जोड़ी रणवीर सिंह के साथ बनाई गई थी. जहां दोनों के बीच नजदीकियों की शुरुआत हुई.
दीपिका ने आगे लिखा 'जिस बात के लिए मैं और भी शुक्रगुजार हूं वो ये कि उनके साथ कोलाबोरेशन ने मुझपर पर्सनली भी बहुत प्रभाव छोड़ा. आज मैं जो कुछ भी हूं, उसमें संजय लीला भंसाली का बहुत बड़ा हाथ है.' 'वे इस बेहतरीन सफर के अगले पड़ाव में जैसे जैसे जा रहे हैं, मैं उनके साथ और भी यादगार और आइकॉनिक कैरेक्टर्स करने की इच्छा रखती हूं. उन्हें अच्छी सेहत, सुकून और खुशियां मिले हमेशा...'