राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे ही ERCP एक राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है. राजस्थान के 13 जिलों के लिए ईआरसीपी की तैयारी की गई थी, ताकि बंजर होते इस क्षेत्र में एक बार फिर सिंचाई के लिए पानी मिल सके. लेकिन अभी तक ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया गया है.
इस मामले में एक ओर तो भाजपा की केंद्र सरकार का कहना है कि ईआरसीपी की संशोधन डीपीआर राज्य की सरकार ने नहीं भेजी. ऐसे में जब भाजपा की सरकार आएगी तो ईआरसीपी को लागू किया जाएगा. वहीं राजस्थान की सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर और अजमेर में जनता से वादा किया था, लेकिन उन्होंने वादाखिलाफी की है और ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया है.
20 को कांदोली पहुंचेंगी प्रियंका
ऐसे में कांग्रेस अब ईआरसीपी के पक्ष में भाजपा के खिलाफ वादाखिलाफी यात्रा निकाल रही है, जिसकी शुरुआत 16 अक्टूबर को बारां में मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा की गई थी. अब 20 अक्टूबर को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी दौसा के कांदोली में आएंगीं और ईआरसीपी को लेकर निकल जा रही वादाखिलाफी यात्रा के तहत रैली को संबोधित करेंगीं.
प्रियंका की रैली को लेकर तैयारियां तेज

भले ही अभी तक राजनीतिक पार्टियों ने अपने पत्ते नहीं खोले हों और प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की हो, लेकिन दौसा में राजनीतिक माहौल बनने लगा है. दौसा में जगह-जगह सैकड़ों की संख्या में बड़े-बड़े पानी के पाइप पड़े हुए हैं, जो यह दर्शा रहे हैं कि हम ही वोट दिलाएंगे. अब आप सोच रहे होंगे कि यह पानी के पाइप वोट कैसे दिलाएंगे. दरअसल दौसा जिला डार्क जोन है और एक ओर तो केंद्र सरकार ईआरसीपी की आस दिखाकर वोट बटोरने का प्रयास कर रही है, वहीं कांग्रेस भी बीजेपी पर ईआरसीपी के नाम पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर ईसरदा परियोजना से पानी उपलब्ध कराने का दम भर रही है.
दौसा में जगह-जगह ईसरदा का परियोजना के तहत पाइप आये हुए हैं. कांदोली में ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ईआरसीपी को लेकर 20 अक्टूबर को एक जनसभा करने जा रही है. ऐसे में एक ही स्थल पर यह रोचक तस्वीर देखने को मिल रही है, जहां एक तरफ पानी के पाइप पड़े हुए हैं. वहीं दूसरी ओर पानी की आस ईआरसीपी को लेकर रैली स्थल तैयार किया जा रहा है. प्रियंका गांधी की इस रैली को देखते हुए उच्च स्तर पर तैयारी की जा रही है. करीब 20 बीघा जमीन पर डोम व टेंट लगाया जा रहा है. इसके अलावा 50 हजार कुर्सियों की व्यवस्था भी की गई है, साथ ही सेफ हाउस बनाए जा रहे हैं, एसी व पंखे आदि भी लगाए जा रहे हैं. ऐसे में प्रियंका गांधी की सभा को लेकर कांग्रेस तैयारी में जुटी हुई है.
13 जिलों के लिए जरूरी है ERCP
ईआरसीपी पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए जीवनदायिनी योजना है. इससे लाखों किसानों के खेतों को पानी और लाखों लोगों के लिए पीने का पानी मिलने वाला है.
क्या है ERCP?
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए सिंचाई और पेयजल की योजना है जिससे 2051 तक इन जिलों को पानी की पूर्ति होनी है. ईआरसीपी के धरातल पर उतरने से 2.02 लाख हेक्टेयर नई सिंचाई भूमि बनेगी. साथ ही इन जिलों में पहले से बने 26 बांधों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा. हाल ही में इसमें 53 बांध और जोड़े गए हैं. इससे करीब एक लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी है. इस काम को सात साल में पूरा होना है, लेकिन जिस रफ्तार से इसका काम चल रहा है, उससे देरी होना पक्का है.