देश में लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स यूपीएससी एग्जाम निकालकर आईएएस, आईपीएस और आईआरएस बनने का सपना देखते हैं. लेकिन, इस एग्जाम को पास करने के लिए सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि और कई पहलू भी हैं जो आपको जीत दिलाते हैं.
अब 20 सितंबर को मेन्स की परीक्षा होगी इससे ठीक पहले UPSC ने उम्मीदवारों के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं. सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के दूसरे चरण में उम्मीदवारों को बहुत ध्यान रखना होगा. एक जरा-सी गलती आपका पूरा सपना तोड़ सकती है. आपका यूपीएससी के जरिये भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय राजस्व सेवाओं (IRS) में सेवाएं देने का मौका भी छूट सकता है.
Do's और Don'ts की लिस्ट जारी
UPSC ने Do's और Don'ts के बताने के लिए 21 पन्नों का PDF तैयार किया है. इस पीडीएफ में चित्रों और उदाहरणों के जरिये पूरी बात समझाई गई है. ये पीडीएफ UPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है. ये पीडीएफ ध्यान से पढ़ें, इससे आपको पता चलेगा कि किस तरह आप मेन्स लिखते वक्त छोटी-छोटी गलतियों से बचकर बेहतर रिजल्ट पा सकते हैं.

ओम या 786 न लिखें, गलती पड़ेगी भारी
यूपीएससी परीक्षा में भाग लेने वाले परीक्षार्थी अक्सर ये गलती करते हैं कि अपने क्वेश्चन कम आंसर बुकलेट (QCAB) पर कोई शुभ अंक या मंत्र लिख देते हैं. उम्मीदवार अपनी धार्मिक मान्यता के लिहाज से कभी क्रॉस का चिन्ह तो कभी ऊं या 786 लिख देते हैं. यहां यूपीएससी ने स्पष्ट कहा है है कि QCAB पर सिर्फ उत्तर से संबंधित जवाब लिखें. बिना वजह की बातें यहां न लिखे, इससे एग्जामिनर पर बुरा असर पड़ता है.

पहचान न खोलें
परीक्षार्थी की आंसर शीट की पहचान सीरियल नंबर और रोल नंबर से की जाती है. ऐसा भी देखा गया है कि कुछ उम्मीदवार अपनी बुकलेट पर अपना नाम या पारिवारिक स्थिति वगैरह लिख देते हैं. ऐसे उम्मीदवारों को ये गलती भारी पड़ सकती है. यूपीएससी ने कहा है कि QCAB में ऐसा कुछ ना लिखें, जिससे उनकी पहचान जाहिर हो. इसमें आप नाम, रोल नंबर और हस्ताक्षर नहीं दे सकतीं.

ये भी ध्यान रखें
उम्मीदवारों से ये भी कहा गया है कि वो भाषाएं बदलकर उत्तर न दें. उत्तर देने के लिये किसी एक भाषा का ही इस्तेमाल करें. इसके अलावा अगर आप कुछ उत्तर पेन से और कुछ पेंसिल से लिखते हैं तो ये भी गलत है.

कोई इमोशनल अत्याचार नहीं चलेगा
उम्मीदवार को यह भी निर्देश दिया गया है कि वो एग्जामिनर पर किसी तरह का 'इमोशनल अत्याचार' करने की कोशिश न करें. इसका सीधा मतलब है कि उम्मीदवार अपनी कॉपी पर कोई दास्तां लिखकर अपील नहीं कर सकता है. इसके अलावा राइटिंग पर भी ध्यान रखना चाहिए, ये एग्जामिनर के लिए स्पष्ट होनी चाहिए.
उत्तर ऐसे लिखें
अगर आप सवालों के जवाब दे रहे हैं तो इसमें क्रम का ध्यान रखने की बहुत जरूरत है. परीक्षार्थियों को सलाह दी गई है कि वो कॉपी पर बिना किसी डिमांड के कोई ग्राफ वगैरह या फोटो न बनाएं.