UPSC में 26वीं रैंक हासिल करके आईएएस बने हिमांशु नागपाल की कहानी हर किसी के लिए एक सीख है. पिता और जवान भाई की मौत का सदमा झेलने के बावजूद हिमांशु का हौसला नहीं टूटा और वो तैयारी करते रहे. हरियाणा के एक छोटे से गांव के इस लड़के ने एक दुखी पल में तय किया कि अब उसके सामने आईएएस के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचा. अपने चाचा से मिले जज्बे से एक ही अटेंप्ट में 26वीं रैंक हासिल कर ली. हिमांशु ने यूपीएससी रिजल्ट के बाद एक पोस्ट लिखकर एक ऐसी दिल छू लेने वाली बात कही है कि हर कोई इस पोस्ट को लाइक और शेयर कर रहा है.
यहां देखें वो पोस्ट
Like every year, UPSC came out with its final results today. Though it happened a bit late but despite the lockdown...
Posted by Himanshu Nagpâl on Tuesday, August 4, 2020
उन्होंने अपनी पोस्ट पर लिखा कि हर साल की तरह, यूपीएससी के परिणाम आ गए हैं. हालांकि यह थोड़ा देर से हुआ, लेकिन लॉकडाउन की स्थिति के बावजूद, यूपीएससी अंतिम परिणामों की घोषणा करने में कामयाब रहा. रिजल्ट के बाद कई चेहरों पर खुशी और सफलता की कहानियां हैं.
मैं इनमें से कुछ को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं जिन्होंने सभी बाधाओं और समस्याओं को हराकर परीक्षा को पास किया. लेकिन उन खुश चेहरों के बीच कुछ ऐसे भी थे जो सफल नहीं हो पाए.
उन्होंने कहा कि भले ही मैं इस बात से इनकार नहीं करता कि मुझे इस बात का अंदाजा नहीं है कि अगर आप इस परीक्षा में पास होने के करीब हों और फेल हो जाएं, क्योंकि मैंने फर्स्ट अटेंप्ट में इसे निकाल लिया था. फिर भी मुझे ये पता है कि परीक्षा में असफल होने का डर मुझे दिन-रात परेशान करता था. ये उनकी पोस्ट का एक अंश है आप यहां उनकी पूरी पोस्ट पढ़ सकते हैं.
हिमांशु अपने संघर्ष के दिनों को हमेशा याद करते हैं. अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि कैसे उनके पिता उनका हंसराज कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन कराने आए थे. वहां के हॉस्टल इंटरव्यू बोर्ड में लगे नाम देखकर कहा था कि हिमांशु एक दिन मैं तुम्हारा नाम यहां देखना चाहता हूं. लेकिन वक्त को कुछ और ही मंजूर था. उसी दिन घर लौटते वक्त पिता की मौत हो गई.
हिमांशु कहते हैं कि मुश्किलें हर किसी के लाइफ में हैं. लेकिन, इन मुश्किलों से सीखना बहुत जरूरी है. वो आगे बताते हैं कि पिता का मेरी लाइफ से जाना बहुत बड़ा चैलेंज था. दूसरी तरफ कॉलेज में एक नया माहौल था. कॉलेज के फ्रेंड्स और टीचर्स ने पर्सनली बुलाकर समझाया कि तुम्हारे लिए मेहनत बहुत जरूरी है. उस समय टीचर्स, मम्मी, बड़े भाई और अंकल ने मुझे समझाया कि जिंदगी खत्म नहीं हुई है. आपको अपने अंदर ज्यादा कॉन्फीडेंस लाना पड़ेगा.
बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विस परीक्षा-2019 का रिजल्ट जारी किया था. प्रदीप सिंह ने यूपीएससी सिविल सेवा (मेन्स) परीक्षा 2019 में टॉप किया है. दूसरे स्थान पर जतिन किशोर और तीसरे स्थान पर प्रतिभा वर्मा रहीं.
यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम के लिए इंटरव्यू 20 जुलाई को शुरू हुए थे. इसका रिजल्ट 4 अगस्त को जारी कर दिया गया. रिजल्ट में पास होने वाले कुल 829 उम्मीदवारों को अप्वाइंटमेंट के लिए पत्र भेजा जाएगा. अगर कैटेगरी वाइज रिजल्ट की बात करें तो इस साल 304 जनरल कैटेगरी, 78 ईडब्ल्यूएस, 251 ओबीसी, एससी 129, एसटी के 67 उम्मीदवारों ने ये परीक्षा क्लीयर की है.
जानें टॉप 20 के नाम
1. प्रदीप सिंह
2. जतिन किशोर
3. प्रतिभा वर्मा
4. हिमांशु जैन
5. जयदेव सीएस
6. विशाखा यादव
7. गणेश कुमार भास्कर
8. अभिषेक सर्राफ
9. रवि जैन
10. संजिता मोहपात्रा
11. मुकुल गोयल
12. अजय जैन
13. रौनक अग्रवाल
14. अनमोल जैन
15. नेहा प्रकाश भोसले
16. गुंजन सिंह
17. स्वाति शर्मा
18. लविश ओर्डिया
19. श्रेष्ठा अनुपम
20. नेहा बनर्जी