राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटी) से पढ़कर इंजीनियर बनना अब महंगा हो गया है. एनआईटी काउंसिल ने पिछले वर्ष ट्यूशन फीस दोगुना करने के फैसले को मौजूदा सत्र से लागू कर दिया है. अब हर एनआईटी बीटेक के विद्यार्थियों से 17,500 ट्यूशन फीस की बजाय प्रति सेमेस्टर 35,000 रुपये फीस वसूलेंगे. फीस का बाकी स्ट्रक्चर तय करने की हर संस्थान को छूट है.
इसका असर इंजीनियर बनने का सपना पाले उन गरीब बच्चों पर पड़ेगा जो फीस वहन करने में सक्षम नहीं हैं. हालांकि अनुसूचित जाति व जनजाति के विद्यार्थियों पर इस वृद्धि का कोई असर नहीं पड़ेगा. एनआईटी काउंसिल की पिछले साल हुई बैठक में संस्थानों ने फीस बहुत कम होने की बात कही थी और फीस बढ़ाने की मांग की थी. एनआईटीज ने तो आईआईटी के बराबर ट्यूशन फीस बढ़ाने की मांग की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था. हालांकि एनआईटी काउंसिल ने सभी संस्थानों को सत्र 2014-2015 से ट्यूशन फीस दो गुना करने की छूट दे दी थी.
एनआईटी काउंसिल ने ट्यूशन फीस एक समान 35 हजार रुपये करने को इसलिए भी कहा था, क्योंकि अभी तक एनआईटी की ट्यूशन फीस में भिन्नता थी. यह सालाना अधिकतम 35 हजार रुपये तक थी.