अगर आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखते हैं तो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संभावनाओं और मांग के मामले में सदाबहार है. घर से लेकर औद्योगिक और स्पेस एप्लिकेंशस तक हर क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की जरूरत है.
हमारी जिंदगी में आधुनिक मशीनों और गैजेट्स के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से उपकरणों को ज्यादा सक्षम, नियंत्रण योग्य और विश्वसनीय बनाने की जरूरत है. इस बढ़ती मांग की वजह से इलेक्ट्रिकल इंजीनयर के रोजगार की संभावनाएं बढ़ रही है.
क्या है जरूरी योग्यता: इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए साइंस स्ट्रीम से इंटरमीडिएट जरूरी है. इसके बाद इस कोर्स में बैचलर डिग्री या फिर उससे आगे मास्टर डिग्री हासिल कर सकते हैं.
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रमुख इंस्टीट्यूट्स
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
वीआईटी यूनिवर्सिटी
मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
डीवाइ पाटिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
किन नए क्षेत्रों में हैं रोजगार के अवसर
हाल के दिनों में इलेक्ट्रिकल इंजीनीयरिंग क्षेत्र सेमीकंडक्टर, नेटवर्किंग, कम्यूनिकेशन नेविगेशन सिस्टम, कंप्यूटर्स एंड डाटा एनालिसिस जैसे उन्नत टेक्नोलॉजी वाले क्षेत्रों में तेजी से फैल रही है.
इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में रिसर्च
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के ग्रेजुएट के लिए इंस्टीट्यूटस और कंपनियां नए क्षेत्रों में रिसर्च के लिए भी निवेश कर रहे हैं. इन क्षेत्रों में डिस्ट्रीब्यूटेड ग्रिड कंट्रोल, स्मार्ट ग्रिड, गैर-पारंपरिक उर्जा के स्रोत, समुद्र के भीतर से तेल और गैस निकालने का काम जैसे एनर्जी सेक्टर में काफी रिसर्च प्रोजेक्ट इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों को मिल सकते हैं.
डाटा डिजिटाइजेशन सेक्टर में जॉब
सरकार और व्यक्ति विशेष डाटा डिजिटाइजेशन और नेटवर्क बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं. ऐसे में इलेक्ट्रिकल ग्रेजुएट्स को नेटवर्क और संचार के क्षेत्र में जॉब मिलने की सबसे ज्यादा संभावना है. संचार के क्षेत्र में प्रगति के साथ ही निश्चित रूप से ऐसे ढेरों डिजिटल डाटा हैं, जिनके विश्लेषण की जरूरत है. डाटा क्लेक्शन की इन जोरदार प्रणालियों ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों के लिए ढेर सारे अवसर खोल दिए हैं.