JEE Mains Session-1 Paper Factual Error: देशभर के इंजीनियरिंग के छात्रों को जॉइंट एंट्रेंस इंजीनियरिंग अप्रैल सत्र का जेईई मेन 2025 के रिजल्ट का इंतजार है. जल्द रिजल्ट जारी होने कि उम्मीद की जा रही है. इस परीक्षा को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रवेश पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा मानी जाती है. इसमें परीक्षा में हर साल लाखों छात्र बैठते हैं. लेकिन इस बार हुए जेईई मेन 2025 की परीक्षा में आई गड़बड़ी ने छात्रों के मन में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. छात्रों का कहना है कि अप्रैल 2025 में आयोजित जेईई मेन के पेपर में कई गड़बड़ियां पाई गई हैं. इतनी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा में इतनी बड़ी गलतियां होना, यह दिखाता है कि एजेंसी द्वारा परीक्षा के संचालन में कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही है.
जेईई मेन सत्र-2 पर एनटीए का बयान
जेईई मेन 2025 की परीक्षा में आई गड़बड़ी को लेकर NTA का बयान सामने आया है. NTA ने अपने बयान में कहा कि एनटीए ने हमेशा पारदर्शी परीक्षा प्रक्रिया का पालन किया है, जो उम्मीदवारों को अनंतिम उत्तर कुंजी ( Provisional Answer Key) जारी होते ही अपने रिकॉर्ड किए गए उत्तर चेक की अनुमति देता है. एनटीए प्रोविजनल आंसर की के लिए प्रत्येक चुनौती पर अत्यंत गंभीरता से विचार करता है. उत्तर कुंजी चुनौती प्रक्रिया सभी उम्मीदवारों के लिए एक निष्पक्ष और विश्वसनीय प्रणाली सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उत्तर कुंजी चुनौती प्रक्रिया ( Answer key challenge) का उद्देश्य किसी भी विसंगति को दूर करना और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है.
चिंता पैदा करने वाली रिपोर्टों से गुमराह न हों
एनटीए ने कहा कि जेईई (मेन) सत्र-2 के संबंध में, अपलोड की गई उत्तर कुंजी केवल अनंतिम ( Provisional)हैं. जेईई (मेन) सत्र-2 के लिए अभी तक अंतिम उत्तर कुंजी प्रकाशित नहीं की गई है. स्कोर केवल अंतिम उत्तर कुंजी द्वारा निर्धारित किया जाता है. अनंतिम उत्तर कुंजी के आधार पर निष्कर्ष निकालना सही नहीं है. एनटीए उम्मीदवारों को सलाह और सूचित करना चाहता है कि वे अनावश्यक संदेह और चिंता पैदा करने वाली रिपोर्टों से गुमराह न हों.,
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं गड़बड़ी की तस्वीरें
इस बीच, सोशल मीडिया पर जेईई मेन के प्रश्न पत्र को लेकर छात्र लगातार पोस्ट कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि इतनी बड़ी परीक्षा में इतनी बड़ी भूल कैसे हो सकती है. छात्रों ने NTA से मांग की है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और बोनस अंक दिए जाएं या फिर त्रुटिपूर्ण प्रश्नों को हटाया जाए. अब सवाल यह उठता है कि क्या NTA इन गड़बड़ियों को स्वीकार करेगा और बोनस अंक देने या त्रुटिपूर्ण प्रश्नों को हटाने का कोई कदम उठाएगा? हालांकि, अभी तक इस मामले पर एनटीए की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.