अब IIT, IIM या अन्य किसी विश्वविद्यालय में पीएचडी में एडमिशन के लिए अलग से एंट्रेंस एग्जाम देने की जरूरत नहीं है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने PhD Admission के लिए UGC NET Score को मान्यता देने का फैसला किया है. यूजीसी ने बुधवार को जारी एक नोटिस में बताया कि अब विभिन्न विश्वविद्यालयों/HEIs द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाओं के बजाय नेट स्कोर के जरिये छात्र पीएचडी डिग्री कोर्स में एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
लागू होगा वन पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम फॉर्मूला
दरअसल, यूजीसी नेट एग्जाम साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित किया जाता है. अभी तक यूजीसी नेट स्कोर का इस्तेमाल केवल जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) और मास्टर डिग्री के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए किया जाता है. वहीं पीएचडी एडमिशन के लिए कई यूनिवर्सिटीज अलग-अलग एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं. स्टूडेंट्स को इन यूनिवर्सिटीज का पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता था, लेकिन स्टूडेंट्स की सहूलियत के लिए यूजीसी ने पीएचडी एडमिशन के लिए वन एंट्रेंस एग्जाम (नेट स्कोर) फॉर्मूला लागू करने का फैसला लिया है. यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) 2020 के मद्देनजर एक्सपर्ट कमेटी द्वारा लिया गया है.
तीन कैटेगरी में योग्य घोषित होंगे कैंडिड्टेंस
13 मार्च 2024 को आयोजित हुई 578वीं एक्सपर्ट्स मीटिंग में यूजीसी ने तय किया कि एकेडमिक सेशन 2024-25 से अलग-अलग यूनिवर्सिटीज या अन्य उच्च संस्थान में पीएचडी एडमिशन के लिए नेट स्कोर का इस्तेमाल किया जाएगा. नेट कैंडिडेट्स को तीन कैटेगरी में योग्य घोषित किया जाएगा.
कैटेगरी 1: जेआरएफ के साथ पीएचडी एडमिशन के लिए और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवार.
कैटेगरी 2: जेआरएफ के बिना पीएचडीए एडमिशन के लिए और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवार.
कैटेगरी 3: केवल पीएचडी एडमिशन के लिए योग्य उम्मीदवार. इसमें जेआरएफ या असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की योग्यता नहीं होगी.
अच्छे कॉलेज के साथ अच्छी छात्रवृत्ति के भी रास्ते खुलेंगे
पीएचडी एडमिशन के लिए यूजीसी नेट स्कोर को मान्यता मिलने पर कानपुर के किदवई नगर के रहने वाले शिक्षाविद् अमित निरंजन ने अपनी राय दी है. उन्होंने इस फैसले को स्टूडेंट्स के हित में बहुत बड़ा कदम माना है. उनका कहना है कि यह परीक्षा (यूजीसी नेट) न केवल आपके मार्क्स के आधार पर आपके लिए एक अच्छे कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश का माध्यम बनेगी, बल्कि आपको लाखों रुपये की छात्रवृत्ति भी प्राप्त हो सकती है.
PhD एडमिशन के अलावा नौकरी में भी मिलेगी मदद
उनका मानना है कि इस नई योजना के तहत, आपका UGC NET स्कोर आगे के करियर के लिए अहम होगा. नेट स्कोर को उच्च शिक्षा के प्रमुख संस्थानों जैसे IIT, IIM और अन्य उच्च नाम वाले कॉलेजों में प्रवेश के लिए उपयोग कर सकते हैं. अधिक अंक प्राप्त करके, आप सीधे विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नौकरी भी पा सकते हैं. इसके अलावा, अब आपको किसी भी विश्वविद्यालय की PhD डिग्री में प्रवेश के लिए अलग-अलग परीक्षाओं में भाग लेने की आवश्यकता नहीं होगी.
यूजीसी का यह फैसला स्टूडेंट्स को करियर के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करेगा
अमित का कहना है कि सभी कॉलेजों और छात्रों को इस नई योजना की जानकारी मिलनी चाहिए, क्योंकि यूजीसी नेट अब भारत की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक बन चुकी है. इससे पहले कभी इस परीक्षा के अंकों को इतना महत्व नहीं मिला था. यह एक अहम कदम है जो छात्रों को उनके आगे के करियर के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करेगा.
बता दें कि अमित निरंजन 8 बार MA, 7 बार NET और दो PhD कर चुके हैं. वो कई विषयों में उपाधियां हासिल करके देश-विदेश में रिकॉर्ड बना रहे हैं. 12 जनवरी 2021 को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और दो फरवरी 2022 को वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है.