कर्नाटक के मैसूर में एक बिजनेसमैन के किडनैप की सनसनीखेज वारदात को पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया. पुलिस ने फिरौती के लिए अगवा किए गए लोकेश नामक कारोबारी को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है. इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये घटना 6 दिसंबर की है, जब विजयनगर इलाके में रहने वाले लोकेश को एक गैंग ने अगवा कर लिया था.
पुलिस के मुताबिक, लोकेश फाइनेंस और रियल एस्टेट से जुड़े हुए हैं. इस किडनैपिंग का मास्टरमाइंड संतोष है, जो पिछले तीन महीनों से लोकेश को जानता था. उसे अंदाजा था कि लोकेश के पास काफी पैसा है, इसी लालच में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर किडनैपिंग की साजिश रची. शुरुआती जांच में सामने आया है कि संतोष को लोकेश की दिनचर्या की पूरी जानकारी थी.
उसे पता था कि लोकेश रोज एक क्लब जाता है. इसी कमजोरी का फायदा उठाते हुए किडनैप की योजना बनाई गई. लोकेश की आंखों में मिर्च पाउडर फेंका गया और फिर उसे जबरन किराए की टाटा सूमो में डालकर अगवा कर लिया गया. किडनैपर्स ने लोकेश के एक दोस्त को फोन कर करीब 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी. इसी बीच लोकेश की पत्नी को शक हुआ.
मैसूर सिटी पुलिस कमिश्नर सीमा लाटकर ने बताया कि लोकेश की पत्नी की शिकायत के आधार पर विजयनगर थाने में किडनैपिंग का केस दर्ज किया गया. शुरुआती जांच में ही यह संकेत मिल गया था कि इस वारदात में पीड़ित का कोई जान-पहचान वाला शामिल है. पुलिस टीम ने जब घटनास्थल का मुआयना किया तो वहां से मिर्च पाउडर और एक बुलेट बाइक बरामद हुई.
इससे पीड़ित को जबरन ले जाने की पुष्टि हुई. कुछ देर बाद लोकेश की पत्नी को एक वॉइस नोट मिला, जिसमें उसने कहा कि वह रात 11.30 बजे तक घर लौट आएगा. कोई उसकी चिंता न करे. इसके बाद लोकेश के दोस्त को दोबारा फिरौती का कॉल आया, जिसमें 15 से 20 लाख रुपए की मांग की गई. पुलिस ने कॉल की लोकेशन ट्रेस की तो आरोपी की मौजूदगी हंपापुरा में सामने आई.
CCTV फुटेज और टेक्निकल सबूतों से यह भी पता चल गया कि किडनैपर्स ने वारदात के लिए किराए की टाटा सूमो का इस्तेमाल किया था. पुलिस ने पांच अलग-अलग टीमें बनाईं और आरोपियों को यह भरोसा दिलाया कि फिरौती की रकम दी जाएगी. इसी जाल में फंसा कर के.आर.नगर इलाके से सभी संदिग्धों को दबोच लिया गया और लोकेश को सुरक्षित बचा लिया गया.
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मुख्य आरोपी संतोष पूरी साजिश का मास्टरमाइंड है. पुलिस ने किडनैपिंग के कुछ ही घंटों के भीतर लोकेश को रेस्क्यू कर लिया और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी राजमिस्त्री और पेंटिंग का काम करते हैं. किडनैपिंग के दौरान मिर्च पाउडर के हमले के अलावा लोकेश को कोई गंभीर शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचा है.