भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के लिमिटेड (BPCL) के शेयरों ने अपने निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिया है. इसने अपने निवेशकों के एक लाख रुपये के निवेश को करोड़ों रुपये में तब्दील कर दिया है. BPCL के शेयर 13 रुपये से बढ़कर 300 रुपये के पार निकल गए हैं. इस तरह BPCL के शेयरों ने एक लाख रुपये के निवेश को तीन करोड़ रुपये बना दिया है. कंपनी ने बोनस शेयरों के दम पर ये तगड़ा रिटर्न दिया है. साल 2000 से लेकर अब तक BPCL ने चार बार बोनस दिए हैं.
शेयरों में आई है गिरावट
हालांकि, सोमवार को BPCL के शेयर मामूली गिरावट के साथ 317 रुपये पर कारोबार कर रहा है. वहीं, पिछले पांच दिनों में ये स्टॉक 3.58 फीसदी टूटा है. महीने भर में BPCL के शेयरों में 5.59 फीसदी की गिरावट आई है. लेकिन लॉन्ग टर्म में इस शेयर ने जोरदार रिटर्न दिया है. इस स्टॉक का 52 वीक का हाई 398.80 रुपये रहा है. वहीं, लो 288.05 रहा है.
एक लाख निवेश बना होता तीन करोड़
BPCL के शेयर पांच मई 2000 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 13.42 रुपये पर थे. अब ये 300 रुपये के पार निकल चुके हैं. अगर उस वक्त किसी निवेशक ने इस स्टॉक पर एक लाख रुपये निवेश किए होते, तो उसे 7450 शेयर मिले होते. BPCL ने साल 2000 से लेकल 2017 तक कुल चार बार बोनस शेयर दिए हैं. इस हिसाब से शेयर बढ़कर 59,600 हो गए होते. BPCL के शेयर 24 फरवरी 2023 को 317.50 रुपये पर क्लोज हुए. ऐसे में एक लाख रुपये का निवेश मौजूदा समय में बढ़कर 2.83 करोड़ रुपये हो गया होता.
कंपनी ने कब-कब दिया बोनस
BPCL ने अब तक कुल चार बार बोनस शेयर दिए हैं. कंपनी ने दिसंबर 2000 में 1:1 के रेशियो में बोनस शेयर दिया है. मतलब ये कि कंपनी ने हर शेयर पर एक बोनस शेयर दिया है. फिर जुलाई 2012 में 1:1 के रेशियो बोनस शेयर, जुलाई 2016 में 1:1 के रेशियो में बोनस शेयर और जुलाई 2017 में 1:2 रेशियो में बोनस शेयर दिए थे.
दिसंबर तिमाही के नतीजे
सरकार की स्वामित्व वाली भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने दिसंबर तिमाही में 1,747 करोड़ रुपये का कंसोलिडेट मुनाफा दर्ज किया है. पिछले साल की समान तिमाही के 2,579 करोड़ रुपये की तुलना में 36 फीसदी की गिरावट आई है.
विनिवेश की तैयारी
सरकार पिछले करीब 3 साल से बीपीसीएल में अपनी हिस्सेदारी बेचना चाह रही है. पहले सरकार ने इस कंपनी में अपनी पूरी 52.98 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी. लेकिन पिछले साल सरकार ने अपनी समूची 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की पेशकश वापस ले ली थी. फिलहाल इस कंपनी का विनिवेश ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.
(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)