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पोस्टर्स में सजा पर्यटन का सफरनामा... हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूजियम में देखें कितना बदला टूरिज्म सेक्टर

हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूज़ियम ने अपनी 12वीं वर्षगांठ पर 'पोस्टर्स दैट मूव्ड इंडिया' नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया है, जिसमें 1930 से 1970 के बीच के दुर्लभ यात्रा और परिवहन पोस्टर्स प्रदर्शित किए गए हैं. यह प्रदर्शनी रेलवे, विमानन, समुद्री और पर्यटन से जुड़े ऐतिहासिक पोस्टर्स का संग्रह प्रस्तुत करती है, जो उस दौर की यात्रा संस्कृति और दृश्य कला को दर्शाती है.

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गुरुग्राम के ट्रांसपोर्ट म्यूजियम में पोस्टर प्रदर्शनी जारी है, जो पर्यटन के विकास की कहानी बयां करती है
गुरुग्राम के ट्रांसपोर्ट म्यूजियम में पोस्टर प्रदर्शनी जारी है, जो पर्यटन के विकास की कहानी बयां करती है

हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूज़ियम ने अपनी 12वीं वर्षगांठ के मौके पर लोगों के लिए खास प्रदर्शनी ‘पोस्टर्स दैट मूव्ड इंडिया’ का भव्य उद्घाटन किया है. यह प्रदर्शनी 1930 से 1970 के दशक के बीच भारत में यात्रा और परिवहन की कल्पना को आकार देने वाले दुर्लभ पोस्टर्स के जरिए बीते जमाने के दौर की टूरिज्म की यादों को प्रस्तुत करती है. यह विशेष प्रदर्शनी म्यूज़ियम की एग्ज़ीबिशन गैलरी में 28 फरवरी 2026 तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी.

प्रदर्शनी रेलवे, विमानन, समुद्री परिवहन और पर्यटन से जुड़े मूल और ऐतिहासिक पोस्टर्स का असाधारण संग्रह प्रस्तुत करती है. ये पोस्टर उस दौर की दृश्य संस्कृति के अहम दस्तावेज हैं, जब यात्रा की प्रेरणा डिजिटल मीडियम से नहीं, बल्कि हाथ से बनाए गए प्रभावशाली कला रूपों से मिलती थी. प्रदर्शनी दर्शकों को उस समय में लौटने का अवसर देती है, जब यात्रा रोमांच, कल्पना और सौंदर्यबोध से जुड़ी होती थी.

इस अवसर पर हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूज़ियम के संस्थापक और प्रबंध ट्रस्टी तरुण ठाकुराल बताते हैं कि, “यह संग्रह भारत के शुरुआती दौर के यात्रा इंतजामों और टूर प्रबंधनों को परिभाषित करता है. पर्यटन के विकास और उसकी बढ़ती हुई परिपाटी के साथ पर्यटन की संस्कृति की एक दुर्लभ झलक पेश करता है. यह न केवल हमारी विरासत का उत्सव है, बल्कि आज की पीढ़ी को यह समझने में भी मदद करता है कि दशकों के दौरान गतिशीलता और पहचान कैसे विकसित हुई.' उन्होंने यह भी कहा, 'इस प्रदर्शनी का हर पोस्टर एक टाइम कैप्सूल की तरह है, जो दर्शकों को अतीत में ले जाकर उस दौर की यात्रा भावना का अनुभव कराता है.'

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Poster

हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूज़ियम परिवहन के विकास का इतिहास बताने वाला ऐसा अनोखा संग्रहालय है, जो सड़क, रेल, वायु, समुद्री और पूर्व-यांत्रिक ग्रामीण परिवहन को एक नए और व्यापक एंगल से सामने रखता है. 

यह प्रदर्शनी अपने यूनीक कंटेट के कारण भी खास है. इसमें वे कलाकृतियां शामिल हैं, जो कभी रेलवे स्टेशनों, एयरलाइंस कार्यालयों, बंदरगाह भवनों और सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शित हुआ करती थीं. 1930 से 1970 के दशक तक के ये पोस्टर बहुत कम देखने को मिलते हैं और भारत के डिजाइन व परिवहन इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.

प्रदर्शनी में क्या है खास
प्रदर्शनी में शुरुआती भाप इंजनों, पर्वतीय रेल मार्गों और पर्यटन अभियानों को दर्शाते मूल भारतीय रेल पोस्टर हैं. वहीं इसके साथ 20वीं सदी के विमानन पोस्टर, जो भारत में हवाई यात्रा की शुरुआत और आधुनिक होते देश के आशावाद की झलक दिखलाते हैं. समुद्री यात्रा और अंतरराष्ट्रीय आवागमन की भावना को दर्शाने वाले मैरीटाइम पोस्टर भी मौजूद हैं. दुर्लभ पर्यटन विज्ञापन, जिनमें भारतीय शहरों, प्राकृतिक दृश्यों और सांस्कृतिक स्थलों को शुरुआती ग्राफिक कला की दृष्टि से प्रस्तुत किया गया है.

इसके अलावा टाइपोग्राफी, चित्रण शैली और प्रिंटिंग तकनीकों की जानकारी, जिन्होंने लगभग पांच दशकों तक ट्रेवल कम्यूनिकेशन को परिभाषित किया है. हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूज़ियम ने दिल्ली-एनसीआर सहित देशभर के लोगों से इस प्रदर्शनी को देखने की अपील की है. यह प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक (सोमवार को छोड़कर) 28 फरवरी 2026 तक दर्शकों के लिए जारी रहेगी.

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