हिंदी फिल्मों के मशहूर, अपने दौर में रूमानियत और फैशन आइकन रहे स्टार देव आनंद की खुद की कहानी भी किसी फिल्म सरीखी ही है. जीवन के उतार-चढ़ाव, घटने वाले निजी प्रसंग, उनका पूरा व्यक्तित्व ये सब कुछ अपने आप में एक किताब है. मौका होगा अभिनेता देव आनंद की 102वीं जयंती का, जब शिमला में उनकी जिंदगी की इसी किताब को अभिनेत्री और नाटककार सोहेला कपूर किस्सों-कहानियों की शक्ल में सामने रखने जा रही हैं. इन कहानियों का असर ऐसा है कि सुनने वाले फिर से एक बार उसी दौर में पहुंच जाएंगे जहां अभी कोई पूछ बैठेगा...
वहां कौन है तेरा, मुसाफिर
जाएगा कहां
दम ले ले घड़ी भर
ये छइयां पाएगा कहां
वहां कौन है तेरा...
स्टोरी टेलिंग, यानी कहानी कहने की परंपरा सिर्फ मंच की ही नहीं इस देश की भी सबसे पुरानी परंपरा है. बीते कुछ सालों में इसमें नए-नए और खूबसूरत प्रयोग भी हुए हैं, जिससे स्टोरी टेलिंग का ये हुनर और भी तराशा जा चुका है. दिग्गज अभिनेता देवानंद की निजी जिंदगी और उनके फिल्मी सफर की दिलचस्प कहानी हमेशा से चर्चा का विषय रही है. उनकी फिल्मों, फिल्मों से इतर घटने वाली घटनाएं और कैमरे के पीछे की अद्भुत कहानियां, जो न सिर्फ कहानियां हैं बल्कि एक स्टार की मेकिंग का हिस्सा हैं.
देव आनंद की 102वीं जयंती पर प्रस्तुति
उनकी 102वीं जयंती के खूबसूरत मौके पर कात्यायनी और थ्री आर्ट्स क्लब लोगों के सामने रख रहा है देव आनंद... जो उन्हें किस्सों-कहानियों और गीतों के जरिए एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि होगी. इसका भव्य प्रदर्शन शिमला में होने जा रहा है.
बता दें कि इससे पहले राजधानी दिल्ली में भी अभिनेता और उनके दो भाइयों से जुड़ी एक और बेहतरीन कृति 'आनंद ही आनंद' की प्रस्तुति दी जा रही है. बीते दिनों होटल रेडिसन में जब इसे पेश किया गया तो वहां इसे तालियां और सराहना मिली थी. इसके अब तक 15 शो हो चुके हैं और 16वीं प्रस्तुति 19 सितंबर को त्रिवेणी कला संगम (मंडी हाउस) में आयोजित होगी.

आनंद ही आनंद की प्रस्तुति को लेकर सोहेला कपूर कहती हैं कि, “यह प्रस्तुति मेरे दिल के बहुत करीब है क्योंकि यह केवल इतिहास नहीं है. यह मेरा परिवार है. आनंद बंधु न केवल असाधारण कलाकार थे, बल्कि असाधारण व्यक्तित्व भी थे. 'आनंद ही आनंद' के जरिए मेरी कोशिश है कि दर्शक उनकी जादुई दुनिया, उनके संघर्षों, उनकी सफलताओं को आज के दौर में महसूस करें और जीकर देखें. इसके साथ ही यह भी सोचें कि दशकों बाद भी वे इतने लोकप्रिय क्यों हैं? बता दें कि अभिनेत्री सोहेला कपूर ही शिमला में भी 'देव आनंद' के किस्से-कहानियों को सामने रखेंगी.
शिमला में होगी प्रस्तुति
वहीं, अनुराधा दर, जो कि शिमला में होने जा रही इस इस प्रस्तुति की आयोजक भी हैं वह कहती हैं कि, इतिहास जब तीन दिशाओं से मिलकर एक धारा बनाता है, तो शाम अद्भुत हो जाती है. एक ओर देव आनंद की 102वीं जयंती, दूसरी ओर शिमला का 138 वर्ष पुराना गेइटी थियेटर, और तीसरी ओर दिल्ली का थ्री आर्ट्स क्लब जो 82 वर्ष पहले यहीं शिमला में जन्मा था और अब लौट रहा है अपनी जड़ों की ओर, कात्यायनी ग्रुप के साथ एक जादुई शाम के लिए और यह जादू है, भारतीय सिनेमा के एवरग्रीन नायक देव आनंद का. इस प्रस्तुति में सोहेला कपूर के साथ मधुर गीतों का रंग भरेंगे देवानंद झा, और निधिकान्त पाण्डेय सह-प्रस्तुतकर्ता हैं. उन्होंने ही इस प्रस्तुति का हिंदी अनुवाद भी किया है.
प्रस्तुति- आनंद ही आनंद
स्थान- त्रिवेणी कला संगम ( मंडी हाउस, नई दिल्ली), शाम 6ः30 बजे
तारीख- शुक्रवार, 19 सितंबर 2025
प्रस्तुति- देव आनंद
स्थान- गेइटी थियेटर,(शिमला)
तारीख- 26 सितंबर 2025, शाम 5ः30 बजे.
शुल्क- ₹300 (seat) ₹500 (box)