नेपाल में पतंजलि के कोरोनिल किट पर प्रतिबंध लगाए जाने की खबरों के बीच स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि उनके तरफ से कोरोनिल किट के बिक्री वितरण पर तब तक रोक लगाई गई है जब तक कि वो नेपाल सरकार के नियमों के मुताबिक विभाग में रजिस्टर्ड नहीं हो जाती.
दरअसल, पतंजलि योगपीठ नेपाल ने भारत से करीब 100 कार्टन कोरोनिल किट मंंगवाकर कोरोना से जूझ रहे नेपाल को मदद पहुंचाने के लिए सरकार को उपहार स्वरूप यह कोरोनिल किट दिया था. 31 मई को एक समारोह के बीच पतंजलि योगपीठ नेपाल के मुख्य ट्रस्टी शालिग्राम सिंह ने नेपाल के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी को 1500 कोरोनिल किट उपहार स्वरूप प्रदान किया था.
स्वास्थ्य मंत्रालय के तरफ से इस किट को आयुर्वेद विभाग को सौंपते हुए नेपाल में चल रहे आयुर्वेदिक आइसोलेसन सेंटर में चिकित्सकों की सलाह से इसे प्रयोग करने को कहा था. आयुर्वेद विभाग के महानिर्देशक डॉ. वासुदेव उपाध्याय ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त कोरोनिल किट के प्रयोग पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी गई है. डॉ. उपाध्याय ने बताया कि कोरोनिल किट अभी तक नेपाल के औषधि व्यवस्था विभाग में संबंधित प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी उसके बाद इसके प्रयोग की अनुमति दे दी जाएगी.
इसपर भी क्लिक करें- वाराणसी: रामदेव पर भड़के BHU के प्रोफेसर, कहा- बिगड़ गया है मानसिक संतुलन
नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता कृष्ण पौडेल ने भी इस बात को स्वीकार किया कि नेपाल सरकार के तरफ से अभी तक कोरोनिल किट पर प्रतिबंध को लेकर कोई भी इस तरह का आदेश नहीं जारी किया गया है. यह दर्ता प्रक्रिया में होने के कारण कुछ समय के लिए इसके प्रयोग पर रोक लगाया गया है.
पतंजलि योगपीठ नेपाल के ट्रस्टी शालिग्राम सिंह ने कहा कि दर्ता प्रक्रिया में कुछ समय लगने के कारण यह रूका हुआ है. उन्होंने कहा कि महामारी के समय सरकार या स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि इसकी दर्ता प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा कर इसके प्रयोग और बिक्री वितरण की अनुमति दे.
सुजीत झा