'न माफ करेंगे और न ही भूलेंगे...चुन-चुनकर कब्र तक पहुंचाएंगे', रूस पर भड़के यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की

Russia-Ukraine War: यूक्रेनी नागरिकों पर रूसी बमबारी को लेकर राष्ट्रपति जेलेंस्की और उनकी पत्नी जेलेंस्का लगातार बयान दे रहे हैं. अब जेलेंस्की ने दुश्मनों को चुन-चुनकर मारने का ऐलान किया है.

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यूक्रेनी नागरिकों के मारे जाने पर जेलेंस्की हुए भावुक. (फाइल) यूक्रेनी नागरिकों के मारे जाने पर जेलेंस्की हुए भावुक. (फाइल)

aajtak.in

  • कीव,
  • 07 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:48 AM IST
  • यूक्रेन नागरिकों की मौत पर मुखर हुए जेलेंस्की
  • दुश्मनों से बदला लेने की बात कही
  • 24 फरवरी से जारी है दोनों देशों के बीच जंग

रूस और यूक्रेन की जंग का आज 12वां दिन है. दोनों देशों को भारी जान-माल का नुकसान हो रहा है. हमलावार रूस ने लगातार मिसाइलें दागकर यूक्रेन के कई शहरों को खंडहर में तब्दील कर है, तो यूक्रेन ने भी उसके हजारों सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है. फिलहाल जंग थमती नजर नहीं आ रही है. इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अपने एक-एक दुश्मन से बदला लेने का ऐलान किया है.

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जेलेंस्की ने अपने नए बयान में कहा, "आज एक परिवार के चार लोग माता-पिता और दो बच्चे इरपिन में मारे गए क्योंकि वे शहर छोड़ने की कोशिश कर रहे थे.'' रूसी हमलों से आतंकित जेलेंस्की ने भड़कते हुए कहा कि हम माफ नहीं करेंगे. हम नहीं भूलेंगे.     

यूक्रेन के राष्ट्रपति का नया बयान

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आगे कहा कि हम इस युद्ध में क्रूरता करने वाले सभी लोगों को सजा देंगे. हम हर उस हमलावार को ढूंढेंगे जो हमारे शहरों और लोगों पर गोलाबारी कर रहा है, और जो मिसाइलें दागने का आदेश दे रहा है. अब उन्हें धरती पर कब्र को छोड़कर कोई शांत जगह नहीं मिलेगी. 

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, "रूस ने घोषणा की है कि कल वह हमारे रक्षा उद्योग उद्यमों (defense industry enterprises) पर बमबारी करेगा. उनमें से अधिकांश हमारे शहरों में रहने वाले नागरिकों के आसपास मौजूद हैं. यह एक हत्या है. मैंने आज किसी भी बड़े पश्चिमी राजनेता को इस पर प्रतिक्रिया करते नहीं देखा.''

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वहीं, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अपने खारकीव, चेर्निहाइव, मारियोपोल, खेरसॉन, होस्टोमेल और वोल्नोवाखा को 'हीरो सिटी' की उपाधि दी है. यह सोवियत परंपरा का हिस्सा है. दूसरे विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ के 12 शहरों को इसी खिताब से नवाजा गया था. बता दें कि रूस का कहर सबसे ज्यादा इन्हीं शहरों पर टूटा है. 

 

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