वेनेजुएला में गहराया राजनीतिक संकट, भारत पर होगा ये असर

Political and Economic crisis in Venezuela वेनेज़ुएला में गहराए राजनीतिक और आर्थिक संकट पर भारत लगातार नजर बनाए हुए है. भारत ने कहा कि इस संकट का वेनेजुएला के लोगों को बातचीत के जरिए हल निकालना चाहिए.

Advertisement
Protest in Venezuela (Courtesy- Reuters) Protest in Venezuela (Courtesy- Reuters)

aajtak.in

  • कराकस,
  • 25 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 4:45 PM IST

दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के वेनेज़ुएला में राजनीतिक और आर्थिक संकट गहरा गया है, जिसने भारत की चिंता बढ़ गई है. भारत वहां के राजनीतिक हालात पर नजर बनाए हुए है. वेनेजुएला की नेशनल असेंबली के नए स्पीकर जुआन गुआइदो ने खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया है, जिनको अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन प्राप्त है. वहीं, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सेना का समर्थन प्राप्त है. उनका यह दूसरा कार्यकाल है, जो 6 साल तक चलेगा.

Advertisement

बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने विपक्षी नेता गुआइदो का समर्थन करते हुए कहा कि वो वेनेजुएला की नेशनल असेंबली के नए स्पीकर जुआन गुआइदो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता दे रहे हैं. विपक्षी नेता को समर्थन देने वाले ट्रंप के इस कदम को वामपंथी नेता और राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर दबाव बनाने के मकसद के रूप में देखा जा रहा है. इसके जवाब में वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो ने अमेरिका से राजनयिक संबंध खत्म करने का ऐलान कर दिया है.

इसके बाद अमेरिका ने वेनेजुएला के ऑयल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के भी संकेत दिए हैं. अमेरिका ने कहा कि निकोलस मादुरो ने राजनयिक संबंध तोड़ दिया है, तो उसको (अमेरिका को) उस पर प्रतिबंध का लगाने का अधिकार मिल गया है. अमेरिका वेनेजुएला का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर रहा है, लेकिन अब रिश्ते बेहदह मुश्किल दौर में पहुंच गए हैं. वहीं, रूस ने अमेरिका को चेताया है कि वो वेनेजुएला में दखल न दे. इसके अलावा चीन और तुर्की समेत अन्य देशों ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का समर्थन किया है.

Advertisement

भारत भी वेनेजुएला के आर्थिक और राजनीतिक हालात पर निगाह बनाए हुए है. इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि वो वेनेजुएला में पैदा हुए हालात पर करीबी से निगाह रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि इस राजनीतिक विवाद को वेनेजुएला के लोगों को रचनात्मक वार्ता के जरिए सुलझाना चाहिए. इसके लिए हिंसा का रास्ता कतई नहीं अपना चाहिए. भारत का मानना है कि वेनेजुएला के लोगों की उन्नति और समृद्धि के लिए लोकतंत्र, शांति और सुरक्षा होना बेहद जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत और वेनेजुएला के बीच करीबी और सौहार्दपूर्ण संबंध हैं.

वेनेजुएला से तेल खरीदने के मामले में भारत शीर्ष देशों में से एक है. अब अमेरिका उसके तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दे रहा है. आपको बता दें कि पिछले साल मार्च में निकोलस मादुरो अंतरराष्ट्रीय सोल अलायंस समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे. भारत ने वेनेजुएला के साथ हाइड्रोकार्बन सेक्टर में सहयोग के लिए द्विपक्षीय समझौता भी किया है. इसके अलावा वेनेजुएला के ऑयल क्षेत्र में भारत ने निवेश भी किया है.

वेनेजुएला में 26 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की मौत

वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ पिछले चार दिन से जारी विरोध प्रदर्शनों में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. बृहस्पतिवार को वेनेजुएला की राजधानी कराकस स्थित आब्जर्वेट्री ऑफ सोशल कॉन्फ्लिक्ट ने बताया कि राष्ट्रपति मादुरो के विरोध में सैनिकों के एक समूह ने राजधानी के उत्तर में एक कमान चौकी पर कब्जा कर लिया गया था, जिसके बाद से ये प्रदर्शन शुरू हो गए. इन प्रदर्शनों के दौरान 26 लोगों की मौत हो गई है. सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और रबड़ की गोलियां चलाई. कुछ प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पथराव भी किया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement