अफगानिस्तान में हजारों साल पुराने खंडहर से खुदाई के बाद शेर की दो मूर्तियां मिलने से वहां हलचल मच गई है. ये मूर्तियां अफगानिस्तान के कपिसा प्रांत में मिली है. बता दें कि जिस खंडहर से ये मूर्तियां निकली हैं वहां बीते तीन महीने से खुदाई चल रही थी. स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक हजारों साल पुराने खंडहर को जब लगातार तीन महीने तक खोदा गया तो यहां शेर की दो मूर्तियां वाली एक सीढ़ी मिली.
अब कपिसा प्रांत के पुरातत्वविद इसका इतिहास जानने में जुट गए हैं कि आखिर ये मूर्तियां कितनी पुरानी हैं और किस राजा के शासन काल में बनी थीं. इस बात की जानकारी अफगानिस्तानी टीवी न्यूज चैनल टोलो न्यूज ने दी है.
आधुनिक इतिहास में अफगानिस्तान का राजनीतिक इतिहास 18 वीं शताब्दी में हॉटक और दुर्रानी राजवंशों के साथ शुरू हुआ. 19 वीं शताब्दी के अंत में, ब्रिटिश भारत और रूसी साम्राज्य के बीच अफगानिस्तान युद्ध का एक प्रमुख कारण बन गया. दोनों ही इस पर अपना कब्जा चाहते थे. ब्रिटिश भारत के साथ इसकी (डूरंड रेखा) 1893 में बनाई गई थी, लेकिन इसे अफगान सरकार द्वारा मान्यता नहीं मिली. 1947 में आजादी के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बेहद तनावपूर्ण रिश्ते हैं.
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