रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन, तुर्की के बने ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस समय यूक्रेन के पास 20 "Bayraktar TB2 drones" हैं. इनका निर्माण तुर्की की मिलिट्री ने किया है. ये सस्ते और कारगर बताए जाते हैं. वहीं, तुर्की के राष्ट्रपति Recep Tayyip Erdogan ने इसे बेचने के लिए दुनिया भर के 15 देशों के साथ डील भी की थी.
NATO देश जहां यूक्रेन को एंटी टैंक हथियार और मिसाइल भेज रहे हैं. वहीं तुर्की ने यूक्रेन को ड्रोन दिए हैं. वहीं तुर्की की राजधानी अंकारा में मौजूद यूक्रेन के राजदूत भी लगातार इन ड्रोन की तस्वीरें ट्वीट कर रहे हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
फॉरेन पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट के आरोना स्टेन कहते हैं कि ये TB2 ड्रोन छोटे हैं. वहीं ये यूक्रेन को काफी हौसला दे रहे हैं क्योंकि रूस का अभी आसमान पर नियंत्रण नहीं है. लेकिन स्टेन ने ये भी कहा कि एक प्वाइंट पर आकर यूक्रेन के ड्रोन रूस की वायुसेना के खिलाफ बौने साबित हो जाएंगे. इससे पहले TB2 ड्रोन का उपयोग यूक्रेन ने पहली बार पिछले साल अक्टूबर में किया था.
कब-कब और कहां हुआ तुर्की के ड्रोन का उपयोग
वैसे हाल के कुछ वर्षों में दुनिया में जब-जब तनाव की स्थिति पैदा हुई तो तुर्की के ड्रोन का रोल काफी अहम रहा है. नवम्बर 2020 में नागरोनो-करबाख में अजरबेजान की सेना ने अर्मेनिया के खिलाफ इसका उपयोग किया था.
वहीं लीबिया में इसके ठीक एक साल पहले सरकार के खिलाफ बागी कमांडर जनरल खलीफा हफ्तार ने इन ड्रोन से विपक्ष को नुकसान पहुंचाया था. वहीं खुद तुर्की ने भी कुर्दिश आतंकियों और सीरिया में अपने अभियान में इन ड्रोन का उपयोग किया था.
वैसे हाल में यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर किया, जिसमें एक पुलिस डॉग का नाम भी Bayraktar के नाम पर रखा गया.
कितनी है ड्रोन की कीमत
वैसे Baykar कंपनी को Selcuk Bayraktar चलाते हैं. वह तुर्की के रहने वाले हैं. जिन्होंने Massachusetts Institute से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है.
विशेषज्ञ बताते हैं कि TB2 की कीमत 38 करोड़ रुपए के करीब है. वहीं इजरायल के UAV हेरोन की कीमत 76 करोड़ के करीब है. इसी तरह अमेरिका में बने ड्रोन/UAV की कीमत 152 करोड़ रुपए के करीब है. वहीं चीन का बना एक UAV 7 करोड़ के करीब है, लेकिन इसका क्रैश रेट बहुत ज्यादा है और ये सुरक्षित भी नहीं माना जाता है.
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