US खुफिया एजेंसी की खूबसूरत कर्मचारी ने सीरिया जाकर IS आतंकी से शादी की

अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI की ट्रांसलेटर डैनिएला ग्रीन ने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादी से गुपचुप तरीके से शादी की थी. दिलचस्प बात यह है कि 38 वर्षीय इस खूबसूरत FBI कर्मचारी को इसी आतंकी की जांच का जिम्मा सौंपा गया था.

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आतंकी डेनिस कस्पर्ट और डैनिएला ग्रीन (स्रोत- CNN) आतंकी डेनिस कस्पर्ट और डैनिएला ग्रीन (स्रोत- CNN)

राम कृष्ण

  • वॉशिंगटन,
  • 03 मई 2017,
  • अपडेटेड 8:17 AM IST

अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI की ट्रांसलेटर डैनिएला ग्रीन ने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादी से गुपचुप तरीके से शादी की थी. दिलचस्प बात यह है कि 38 वर्षीय इस खूबसूरत FBI कर्मचारी को इसी आतंकी की जांच का जिम्मा सौंपा गया था. अमेरिकी चैनल सीएनएन के मुताबिक साल 2014 में ग्रीन सीरिया गई और वहां आईएस आतंकी डेनिस कस्पर्ट से शादी कर ली. कस्पर्ट एक जर्मन रैपर था, जो बाद में आईएस के लिए लड़ाकों की भर्ती करने लगा था. वह इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का जमकर इस्तेमाल करता था.

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हाल ही में पेंटागन ने हवाई हमले में कस्पर्ट के मारे जाने का दावा किया था, लेकिन बाद में पता चला कि वह इस हवाई हमले में बच निकला था. कस्पर्टआईएस के प्रोपेगैंडा वीडियो में भी नजर आ चुका है. FBI के मुताबिक ग्रीन ने अपनी सीरिया यात्रा को लेकर खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से झूठ बोला था. हालांकि जब ग्रीन सीरिया से लौटकर अमेरिका पहुंची, तो उसको गिरफ्तार कर लिया गया और मामले में उसको दो साल की सजा सुनाई गई. सजा काटने के बाद उसको पिछले साल रिहा कर दिया गया है. वह अब अमेरिका में ही एक होटल में काम कर रही हैं. जब उनसे मामले में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि इससे उनके परिवार को खतरा है. लिहाजा वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगी. FBI का कहना है कि उसने राष्ट्रीय सुरक्षा के हित को ध्यान में रखते हुए ग्रीन मामले को उस वक्त सार्वजनिक नहीं किया था. ग्रीन ने 2011 में FBI ज्वाइन किया था.

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आतंकी पति को चेताया
वाशिंगटन स्थित US डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के रिकॉर्ड के मुताबिक डैनिएला ग्रीन को आतंकी डेनिस कस्पर्टकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. हालांकि उसने जांच करने की बजाय अपने आतंकी पति कस्पर्ट को इससे सतर्क कर दिया कि वह FBI के निशाने पर है. इस घटना से अमेरिका की खुफिया एजेंसी को आईएस के खिलाफ अपने मिशन को तगड़ा झटका लगा. सीएनएन के मुताबिक ग्रीन FBI के डेट्रॉयट फील्ड ऑफिस में काम करती थी. उसको जनवरी 2014 में कस्पर्ट की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

डेसो डॉग रैपर से बना अबू टलहा अल अलमानी
जर्मन रैपर रहे डेनिस कस्पर्ट को डेसो डॉग के नाम से जाना जाता था, जो आईएस में शामिल होने के बाद अपना नाम बदलकर अबू टलहा अल अलमानी रख लिया था. रैपर होने के चलते सोशल मीडिया पर कस्पर्ट का अच्छा खासा असर था. हालांकि आईएस के लिए लड़ाकों की भर्ती करने की बात सामने आने के बाद यह खुफिया एजेंसियों की रडार पर आ गया. फरवरी 2015 में अमेरिका ने कस्पर्ट को वैश्विक आतंकी घोषित किया था.

ओबामा को दी थी गला रेत कर हत्या करने की धमकी
आतंकी कस्पर्ट ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गला रेत कर हत्या करने की धमकी दे चुका है. वह अपने गाने में अमेरिकी हमले में मारे गए अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की तारीफ भी कर चुका है. इस बाबत उसका वीडियो भी सामने आ चुका है. आईएस के वीडियो में वह कटा हुआ सिर लिए नजर आ चुका है.

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ऐसे चकमा देकर सीरिया पहुंची थी ग्रीन
अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI को चकमा देकर सीरिया पहुंचने वाली ग्रीन का जन्म चेकोस्लाविया में हुआ था. उसने अपने मां-बाप से मिलने जर्मन जाने की बात कही थी, लेकिन वह जर्मनी की बजाय तुर्की पहुंची और वहां एक आईएस आतंकी की मदद से सीरिया चली गई थी. इसके बाद उसने जून 2014 में कस्पर्टके साथ शादी कर ली. हालांकि कुछ ही दिन में ग्रीन को अपनी गलती का एहसास हो गया और वह एक महीने बाद ही वापस अमेरिका आ गई. ग्रीन इससे पहले एक अमेरिकी अधिकारी से शादी कर चुकी थी.

न्यायाधीश से मामले को गोपनीय रखने को कहा गया
डैनिएला ग्रीन मामले की सुनवाई करने वाले न्यायाधीश को इसे गोपनीय रखने को कहा गया था, लेकिन सोमवार को फेडरल कोर्ट के दस्तावेज खोले जाने के बाद यह मामला सबके सामने आ गया. यह घटना अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है. इस मामले के सामने आने के बाद से अमेरिका की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

ग्रीन को कम सजा देने पर उठे सवाल
आईएस आतंकी से शादी करने वाली FBI की इस ट्रांसलेटर को अमेरिका में कम सजा देने पर भी सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि न्याय विभाग ने ग्रीन का पक्ष लिया, जिसके चलते उसको इतनी कम सजा मिली. यह भी कहा जा रहा है कि मामले में न्यायाधीश से कहा गया कि ग्रीन ने जांच में सहयोग किया है. लिहाजा इसको कम से कम सजा दी जाए.

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