न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में नमाज के दौरान मस्जिद के अंदर फायरिंग की घटना के बाद अब एशियाई मुल्क श्रीलंका में प्रार्थना सभा के दौरान गिरजाघरों (चर्च) को निशाना बनाया गया है. श्रीलंका में ईस्टर पर्व के मौके पर रविवार को चार चर्च के अंदर धमाके किए गए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं और कई लोगों के मारे जाने की भी खबर है.
हैरान करने वाली बात ये है कि ये धमाके ईस्टर पर्व के दौरान किए गए हैं, जो ईसाई धर्म का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है. ईसा मसीह के पुनर्जीवित होने की खुशी में दुनियाभर के इसाई ईस्टर पर्व मनाते हैं. इसी मौके पर रविवार को गिरजाघरों के अंदर बड़ी संख्या में लोग प्रार्थना के लिए पहुंचे थे और सुबह करीब 8.45 बजे अलग-अलग चर्चों में धमाके हुए. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इन धमाकों की चपेट में कोलंबो, बट्टीकलेवा, नेगेंबो के चर्च आए हैं. जबकि दो होटलों को भी निशाना बनाया गया है.
इन सीरियल ब्लास्ट में बड़ी क्षति की आशंका जताई जा रही है. क्योंकि जिस वक्त ये धमाके हुए हैं, चर्च के अंदर बड़ी संख्या में मौजूद थे और प्रार्थना कर रहे थे. लेकिन जिस तरह ईसाई पर्व के मौके पर चर्चों को निशाना बनाया गया है, उससे गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. इससे पहले न्यूजीलैंड में इस तरह का बड़ा हमला देखने को मिला था, जहां के क्राइस्टचर्च में अल नूर मस्जिद के अंदर घुसकर एक शख्स ने नमाज पढ़ रहे लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इस हमले में 50 लोगों की मौत हुई थी. क्राइस्टचर्च के बाद श्रीलंका में भी पूजा स्थलों को निशाना बनाया गया है, जहां बड़े नुकसान की आशंका जताई जा रही है.
जावेद अख़्तर