सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी के परिवार ने शुक्रवार को घोषणा की कि उन्होंने हत्यारों को माफ कर दिया है. खशोगी के बेटे ने पिता की हत्या के दोषी पांच सरकारी एजेंटों को कानूनी तौर पर माफी दी है, जिन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी. गौरतलब है कि 2 अक्टूबर 2018 को इस्तांबुल में सऊदी के दूतावास में जमाल खशोगी की हत्या कर दी गई थी.
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यह घोषणा काफी हद तक अपेक्षित थी, क्योंकि सऊदी अरब में मुकदमे ने दिसंबर में फैसला सुनाते हुए सुलह के लिए दरवाजा खुला छोड़ दिया था, क्योंकि हत्या पूर्व नियोजित नहीं थी. जमाल खशोगी जो कभी सऊदी अरब की रॉयल फैमिली का हिस्सा थे वे उसी फैमिली के आलोचक हो गए थे.सऊदी मीडिया आउटलेट अरब न्यूज ने शुक्रवार को यह स्पष्ट करने की मांग की कि खशोगी के बेटों द्वारा की गई घोषणा से दोषी हत्यारों को फांसी की सजा पर कितना प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि यह अभी स्पष्ट नहीं है.
कैसे हुई थी हत्या
जमाल खशोगी सऊदी अरब के जाने-माने पत्रकार थे. वे क्राउन प्रिंस के आलोचक थे. 2 अक्टूबर 2018 को वह तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में स्थित सऊदी दूतावास में कुछ कागजी कार्रवाई करने गए थे, ताकि वह तुर्की की अपनी मंगेतर हैटिस कैंगिज से शादी कर सकें.
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सऊदी अरब ने पहले कहा था कि जमाल खशोगी सऊदी दूतावास से जिंदा बाहर निकले, लेकिन बाद में सऊदी प्रशासन ने स्वीकार किया कि कुछ 'बदमाश तत्वों' के एक ऑपरेशन के तहत उनकी हत्या कर दी थी. सऊदी अरब ने इस हत्या के मामले में 11 लोगों पर आरोप लगाए हैं.
हालांकि सऊदी ने इन्हें तुर्की को सौंपने से इनकार कर दिया है और कहा है कि वह खुद इस केस का निपटारा करेगा. संयुक्त राष्ट्र ने इस हत्या की निंदा की है और इसने नृशंस और पूर्व नियोजित बताया है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इसके पीछे सऊदी अरब का हाथ है. सऊदी की अदालत ने 11 में से 5 दोषियों को मौत की सजा सुनाई थी.
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