Russia Ukraine News: यूक्रेन को घेरने के लिए भेजे गए रूसी सैनिक अब यहां खुद फंसे नजर आ रहे हैं. युद्ध के 29वें दिन यूक्रेन की तरफ से बड़ा दावा किया गया है. कहा जा रहा है कि कीव क्षेत्र के आसपास 12 हजार रूसी सैनिक मौजूद हैं और उनमें से 7 हजार को वहीं घेर लिया गया है. इसके अलावा अमेरिका रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की सोच रहा है, जिसके बाद रूस अपना सोना नहीं बेच सकेगा.
जंग के 28 दिन बीत जाने के बाद भी रूस अपने मंसूबों में कामयाब होता नहीं दिख रहा है. यूक्रेन के साथ-साथ रूस में भी पुतिन के खिलाफ गुस्सा दिख रहा है. इस बीच जंग से नाराज पुतिन के सहयोगी ने रूस छोड़ दिया है. जानकारी के मुताबिक, क्रेमलिन के जलवायु दूत Anatoly Chubais ने अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा देकर रूस छोड़ दिया है.
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यूक्रेन में फंसे रूस के सैनिक
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के सलाहकार Alexei Arestovich की तरफ से कहा गया है कि कीव क्षेत्र में 12 हजार रूसी सैनिक फंस गए हैं. इसमें से 3 हजार को यूक्रेनियों ने लगभग घेर लिया है. वहीं 4 हजार सैनिकों का रूस से संपर्क टूट गया है और वे बहुत ही बुरी स्थिति में हैं.
रूस के सोने पर अमेरिका की नजर
अमेरिका की कोषाध्यक्ष Janet Yellen आज अमेरिकी सांसदों संग एक अहम मीटिंग करने वाली हैं. इसमें ऐसे रास्ते तलाशे जाएंगे जिससे रूस अपने सोने के भंडार का गलत इस्तेमाल ना कर सके. दरअसल, कुछ सांसद Stop Russian GOLD Act लाए थे. कहा गया था कि इसको पास किया जाना चाहिए. क्योंकि रूस अपने सोने के भंडार को बेचकर लगे प्रतिबंधों के असर से बच सकता है.
अमेरिकी सांसदों के मुताबिक, रूस के पास करीब 130 बिलियन डॉलर का गोल्ड रिजर्व है. बता दें कि अबतक रूस के अमीरों, वहां के सेंट्रल बैंक, पुतिन आदि पर जो प्रतिबंध लगाए गए उनका असर रूस के सोने के भंडार पर नहीं पड़ा था. पिछले कुछ वक्त से पुतिन सोने के भंडार को बढ़ाने पर जोर दे रहे थे. सांसदों का मानना है कि यह एक लूपहोल (बचाव का रास्ता) है, जिसका फायदा पुतिन उठा सकते हैं और यूक्रेन में अपने मंसूबों को कामयाब करने के लिए धन जुटा सकते हैं.
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