जनरल, जासूस और ब्लॉगर, अबतक 8... एक-एक कर कौन टारगेट कर रहा पुतिन की 'वॉर टीम' को

रूस-यूक्रेन जंग में आमने-सामने की लड़ाई में राष्ट्रपति पुतिन को भले ही बढ़त हासिल हो, लेकिन यूक्रेन की खुफिया एजेंसी SBU ने टारगेटेड ऑपरेशन में रूस के बड़े जनरलों और जासूसों की हत्या की है. यूक्रेनी एजेंसियों ने रूस के पक्ष में माहौल बनाने वाले ब्लॉगरों और जंग समर्थकों की भी हत्याएं की हैं.

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जनरल किरिलोव, यारोस्लाव और सरवारोव पुतिन के भरोसेमंद जनरल थे. (Photo:ITG) जनरल किरिलोव, यारोस्लाव और सरवारोव पुतिन के भरोसेमंद जनरल थे. (Photo:ITG)

पन्ना लाल

  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:07 PM IST

यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे रूस का एक सीनियर जनरल बम धमाके में मारा गया है. खास बात यह है कि इस जनरल की मौत मॉस्को में एक कार धमाके में हुई है. इस जनरल का नाम लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव है. रूस की इन्वेस्टिगेटिव कमेटी ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की सोमवार सुबह (22 दिसंबर) एक कार के नीचे लगाए गए विस्फोटक डिवाइस के फटने से मौत हो गई

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पिछले एक साल में रूस की राजधानी में बम हमलों में मारे जाने वाले वह तीसरे मिलिट्री अधिकारी हैं. इस कमेटी ने बताया कि 56 वर्षीय सरवारोव सशस्त्र बलों के ऑपरेशनल ट्रेनिंग विभाग के प्रमुख थे. इस हमले को पुतिन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. 

बीबीसी के मुताबिक रूस में अब ये थ्योरी चल रही है कि धमाके वाली में कार में बम को यूक्रेन की इंटेलिजेंस सर्विस की मिलीभगत से लगाया गया था.  यूक्रेन ने इस पर कोई कमेंट नहीं किया है. रूसी एजेसियों ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है. 

इन्वेस्टिगेटिव कमेटी ने कहा कि सरवारोव की मौत चोटों की वजह से हुई है. ये कमेटी अब हत्या और विस्फोटक पदार्थों की अवैध तस्करी की जांच शुरू कर दी है.

जांचकर्ताओं को घटनास्थल पर भेजा गया है, जो मॉस्को के दक्षिण में एक अपार्टमेंट ब्लॉक के पास एक कार पार्किंग में है. 

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इलाके की तस्वीरों में एक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त सफेद किआ सोरेंटो दिख रही है, जिसके दरवाज़े उड़ गए हैं, और वह दूसरी गाड़ियों से घिरी हुई है.

रूस यूक्रेन की लड़ाई शुरू होने के बाद यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने रूस के कई सीनियर जनरलों को टारगेट पर लिया और इंटेलिजेंस ऑपरेशनों में उनकी हत्या की है. इनमें लेफ्टिनेंट जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक, लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव, वैलेरी निकोलायेविच ट्रैंकोवस्की जैसे नाम शामिल है. इसके अलावा यूक्रेन की एजेसियों ने रूस के मिलिट्री ब्लॉगर, युद्ध समर्थक नेता, यूक्रेन से भाग नेताओं की हत्या की है.

1- लेफ्टिनेंट जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक: मोस्कालिक 25 अप्रैल 2025 को मॉस्को के पास कार बॉम्ब ब्लास्ट में मारे गए थे. वह जनरल स्टाफ के मुख्य ऑपरेशनल डायरेक्टरेट के डिप्टी हेड थे, यूक्रेनियन फॉरेन इंटेलिजेंस सर्विस ने इसे "सैन्य कमांड की सफाई" बताया था. वह 2015 और 2019 में नॉर्मंडी फॉर्मेट वार्ताओं में रूस का प्रतिनिधित्व कर चुके थे, जो यूक्रेन संघर्ष के समाधान से जुड़ी थीं. रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान वे युद्धक्षेत्र की निगरानी और पुतिन को रिपोर्टिंग के लिए जिम्मेदार दस्ते का नेतृत्व कर रहे थे. 


2- लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव: 17 दिसंबर 2024 को मॉस्को में इलेक्ट्रिक स्कूटर में छिपे बॉम्ब में हुए धमाके से मारे गए थे. इस बम को रिमोट से डेटोनेट किया गया था. वह रूस की न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल और केमिकल प्रोटेक्शन ट्रूप्स के प्रमुख थे. यूक्रेनियन इंटेलिजेंस ने उन्हें केमिकल हथियारों के इस्तेमाल का आरोपी बनाया था और हमले से एक दिन पहले चार्जशीट जारी की थी. 

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एक यूक्रेनी सोर्स ने BBC को बताया कि किरिलोव को यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस ने मारा था, हालांकि इसकी कभी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई. पॉलिसी के तौर पर यूक्रेन कभी भी टारगेटेड हमलों की ज़िम्मेदारी आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं करता या दावा नहीं करता.


3- वैलेरी निकोलायेविच ट्रैंकोवस्की: वैलेरी रूसी नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी थे. वे कप्तान फर्स्ट रैंक (कर्नल के समकक्ष) के पद पर थे और रूसी ब्लैक सी फ्लीट की 41वीं मिसाइल शिप ब्रिगेड के चीफ ऑफ स्टाफ तथा डिप्टी कमांडर थे. 

वह ब्लैक सी फ्लीट ब्रिगेड के प्रमुख भूमिका में थे, जो कैलिबर क्रूज मिसाइलों से हमले करती थी. यूक्रेन ने उन पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया. 

वे यूक्रेन की 'मायरोत्वोरेट्स' सूची में थे. 13 नवंबर 2024 को कब्जे वाले सेवस्तोपोल (क्रीमिया) में उनकी कार में लगे बम से हत्या हो गई. विस्फोट से उनके पैर उड़ गए और रक्तस्राव से मौत हुई. यूक्रेन की SBU ने इसे अपनी सफल ऑपरेशन बताया, जबकि रूस ने इसे आतंकवाद करार दिया. 

4- एंड्रेई कोरोटकीय: एंड्रेई रूस-नियंत्रित जापोरिज्जिया न्यूक्लियर पावर प्लांट में सुरक्षा प्रमुख थे. वे एनरहोदार शहर में रहते थे, जहां प्लांट स्थित है. रूस के कब्जे के बाद वे रूसी प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे थे और मॉस्को-स्थापित स्थानीय काउंसिल के पूर्व प्रमुख भी थे.

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यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने उन्हें "युद्ध अपराधी" और "सहयोगी" करार दिया, आरोप लगाया कि उन्होंने प्लांट कर्मचारियों की व्यक्तिगत जानकारी रूस को सौंपी और प्रो-यूक्रेनियन कर्मचारियों की पहचान की, एंड्रेई का काम यहां जासूस जैसा था. साथ ही उन्होंने कब्जे का समर्थन करने वाले आयोजन किए. 4 अक्टूबर 2024 को एनरहोदार में उनकी कार में लगे बम विस्फोट से उनकी हत्या हो गई.

5- इल्लिया किवा: इल्लिया किवा को विवादास्पद यूक्रेनी नेता कहा जाता है. वह 2019 से 2022 तक यूक्रेन की संसद के सदस्य रहे. उनका रुझान रूस की तरफ था. आरोप है कि इल्लिया रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले रूस भाग गए और रूसी टीवी पर यूक्रेन सरकार की आलोचना करते थे और पुतिन का समर्थन करते थे. 

यूक्रेन ने उन्हें देशद्रोह का दोषी ठहराया और अनुपस्थिति में 14 साल की सजा सुनाई. 6 दिसंबर 2023 को मॉस्को के निकट सुपोनेवो गांव में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई. यूक्रेन की SBU सुरक्षा सेवा ने इसे अपना स्पेशल ऑपरेशन बताया. 

6- स्टानिस्लाव रझित्स्की: स्टानिस्लाव रूसी नौसेना के कैप्टन रैंक के अधिकारी थे. वे ब्लैक सी फ्लीट की डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन B-265 'क्रास्नोदार' के पूर्व कमांडर थे, जो कैलिबर क्रूज मिसाइलों से लैस थी. 

2021 में सैन्य सेवा से इस्तीफा देने के बाद वे क्रास्नोदार शहर प्रशासन में मोबिलाइजेशन विभाग के डिप्टी हेड बने.यूक्रेन ने उन पर जुलाई 2022 में विन्नित्सिया पर मिसाइल हमले का आरोप लगाया, जिसमें 23-28 नागरिक मारे गए. वे यूक्रेन की 'मायरोत्वोरेट्स' ब्लैकलिस्ट में थे. 10 जुलाई 2023 को क्रास्नोदार में मॉर्निंग जॉगिंग के दौरान अज्ञात हमलावर ने उन्हें गोली मार दी. संदेह है कि Strava ऐप पर उनकी लोकेशन ट्रैक की गई. यूक्रेन की इंटेलिजेंस ने मौत की डिटेल्स शेयर की.

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7- व्लादलेन तातार्स्की: तातासर्की यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में जन्मे रूसी प्रो-वॉर मिलिट्री ब्लॉगर और प्रोपगैंडिस्ट थे. 2014 में दोनबास संघर्ष के दौरान जेल से भागकर रूसी समर्थित सेपरेटिस्ट्स में शामिल हो गए और लड़ाई लड़ी. 

उन्होंने 2017 से ब्लॉगिंग शुरू की, टेलीग्राम चैनल पर इनके 560,000 से ज्यादा फॉलोअर्स थे, वे क्रेमलिन की आलोचना भी करते थे लेकिन युद्ध को और आक्रामक बनाने की मांग करते थे. 2 अप्रैल 2023 को सेंट पीटर्सबर्ग के एक कैफे में आयोजित कार्यक्रम में दार्या ट्रेपोवा नाम की महिला द्वारा दी गई मूर्ति में छिपे बम से उनकी हत्या हो गई. पुतिन ने मरणोपरांत उन्हें सम्मानित किया. 

8- दार्या अलेक्सांद्रोव्ना डुगिना: दार्या रूसी पत्रकार राजनीतिक विश्लेषक और कार्यकर्ता थीं. वे प्रसिद्ध अल्ट्रा-नेशनलिस्ट विचारक अलेक्जेंडर डुगिन की बेटी थीं. दार्या प्रो-क्रेमलिन मीडिया में यूक्रेन पर डिसइनफॉर्मेशन फैलाने के लिए यूके और अमेरिका से प्रतिबंधित थीं. वे रूस की यूक्रेन आक्रमण की कट्टर समर्थक थीं और इंटरनेशनल यूरेशियन मूवमेंट से जुड़ी थीं.

20 अगस्त 2022 को मॉस्को के निकट कार बम विस्फोट में उनकी हत्या हो गई. रूस ने यूक्रेन पर आरोप लगाया. अमेरिकी इंटेलिजेंस के अनुसार यूक्रेन सरकार के कुछ हिस्सों ने इसे स्वीकार किया. पुतिन की वॉर मशीनरी को कमजोर करने के लिए किए गए ये मुख्यत: टारगेटेड असैसिनेशन थे.
 

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