Russia-Ukraine war: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र (UN) लगातार शांति बहाली की कोशिश कर रहा है. इसी सिलसिले में आज एक बार फिर सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपात बैठक बुलाये जाने के प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. अगर ये प्रस्ताव पास हो जाता है तो सोमवार को 193 सदस्य देशों वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक होगी.
खास बात यह है कि इस वोटिंग में सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका में कोई भी अपने वीटो का प्रयोग नहीं कर सकता है. राजनयिकों ने कहा कि इस कदम के पक्ष में नौ मतों की जरूरत है और इसके पारित होने की संभावना है.
1950 के बाद से महासभा के केवल 10 ऐसे आपातकालीन विशेष सत्र बुलाए गए हैं. इस मीटिंग में रूस की ओर से यूक्रेन पर किए गए हमले निंदा का प्रस्ताव UNSC की ओर से रखा जाएगा. आपको बता दें कि हाल ही में UNSC ने एक मीटिंग बुलााई थी, जिसमें चीन (China), भारत (India) और यूएई (UAE) ने हिस्सा नहीं लिया था, जबकि 11 सदस्यों ने यूएनएससी के प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग की थी.
प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग की उम्मीद
UNSC की ओर से कहा गया कि सदस्य देशों की ओर से रूस के खिलाफ लगातार बयान दिए जा रहे हैं. ऐसे में महासभा में इसी तरह के प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग होने की उम्मीद है. बता दें कि अमेरिका (America) और सहयोगी देश रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने के लिए लगातार समर्थन मांग रहे हैं.
UN के महासचिव ने की जेलेंस्की से बात
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) ने बीते दिन यानी शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) से बात की. साथ ही उन्हें आश्वास्त किया कि वैश्विक स्तर पर यूक्रेन के लोगों की सहायता की योजना बनाई जा रही है.
यूक्रेन को $1 बिलियन की मदद की जरूरत
संयुक्त राष्ट्र के सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने शुक्रवार को कहा था कि अगले 3 महीनों में यूक्रेन में सहायता के लिए $1 बिलियन से अधिक की जरूरत होगी. क्योंकि रूस की ओर से हमला किए जाने के बाद हजारों लोग बेघर होते जा रहे हैं.
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