रूस ने मेटा (फेसबुक की मूल कंपनी) को 'आतंकवादी और चरमपंथी' संगठनों की लिस्ट में जोड़ा है. बता दें कि रूस इन दिनों यूक्रेन से युद्ध में लगा हुआ है. ऐसे में फेसबुक की मूल कंपनी को इस लिस्ट में शामिल करना टेक कंपनी के लिए एक बड़ा झटका है.
टेक कंपनियां अपना रहीं भेदभावपूर्ण रवैया
बता दें कि मार्च महीने में यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस ने फेसबुक (Facebook) के साथ-साथ ट्विटर और यूट्यूब को भी देश में ब्लॉक कर दिया था. इस दौरान देश ने आरोप लगाया था कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स रूसी मीडिया कंपनियों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहे थे. इस मामले में तब फेसबुक ने कहा था कि रूस ने इस प्रतिबंध से लाखों लोगों को विश्वसनीय जानकारी से वंचित कर दिया है.
सरकारी एजेंसियों की घटाई रीच
रूस सरकार की सेंसरशिप एजेंसी रोसकोम्नाडजोर (Roskomnadzor) ने कहा था कि अक्टूबर 2020 से फेसबुक द्वारा रूसी मीडिया के खिलाफ भेदभाव के कुल 26 मामले सामने आए थे. रूस की सरकार ने वहां की समाचार एजेंसी आरटी और आरआईए पर सरकार समर्थित चैनलों के अकाउंट्स की पहुंच (Reach) घटाने का आरोप लगाया था.
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