कनाडा के पहले सिख रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन पर संसद में नस्लीय टिप्पणी का मामला सामने आया है. संसद में एक विपक्षी सदस्य ने सज्जन सिंह को लेकर कहा कि 'जब वे बोलते हैं तो दूसरे सांसदों को अंग्रेजी से अंग्रेजी अनुवाद की जरूरत पड़ती है'. इसे एक नस्ली टिप्पणी कहा जा रहा है.
वरिष्ठ कंजर्वेटिव सांसद जैसन केनी ने संसद में प्रश्नकाल के दौरान यह टिप्पणी की. उस समय सज्जन आंतकी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ सैन्य अभियान के बारे में जवाब दे रहे थे. केनी खुद कनाडा के पूर्व रक्षा मंत्री हैं.
माफी मांगने से किया इनकार
सज्जन की पार्टी के अन्य सांसदों ने इस बयान को लेकर केनी पर निशाना साधा और उनकी टिप्पणी को नस्ली करार दिया. प्रश्नकाल के बाद लिबरल पार्टी के केविन लैमोरिक्स उठे और केनी से रक्षा मंत्री के बारे में की गई अनुचित टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा. हालांकि केनी ने हाउस आफ कॉमन्स में माफी मांगने की मांग खारिज कर दी. बाद में उन्होंने ट्विटर पर लिखकर समझाया कि उन्होंने ऐसी टिप्पणी क्यों की. केनी ने कहा कि उन्हें रक्षा मंत्री का जवाब पूरी तरह से बेतुका लगा.
नवंबर में सज्जन बने थे रक्षा मंत्री
45 वर्षीय सज्जन बीते साल नवम्बर में कनाडा के रक्षा मंत्री बनाये गए थे, जब प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडियू की 30 सदस्यीय लिबरल कैबिनेट ने शपथ ली थी. हरजीत सज्जन कनाडा के सैनिक रह चुके हैं और बोस्निया में काम कर चुके हैं. इसके साथ ही उनकी तैनाती कंधार, अफगानिस्तान में भी रही है. सज्जन का जन्म भारत में हुआ था. वह जब पांच साल के थे तभी अपने परिवार के साथ कनाडा चले गए थे.
प्रियंका झा