भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिर में अमेरिका का दौरा कर सकते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा क्वॉड सदस्यों की बैठक इस बार इन-पर्सन बुलाई गई है, जो कि वॉशिंगटन में होनी है. जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा द्वारा कन्फर्म किया गया है कि वह वॉशिंगटन पहुंचकर बैठक में हिस्सा लेंगे.
ऐसे में कयास लगाए जाने लगे हैं कि सभी लीडर्स वॉशिंगटन में ही बैठक में हिस्सा लेंगे, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी अमेरिकी दौरा हो सकता है. हालांकि, इसको लेकर भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.
QUAD ग्रुप में अमेरिका और भारत के अलावा जापान, ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं. चीन और रूस के बढ़ते वर्चस्व को टक्कर देने के लिए इस ग्रुप का गठन हुआ था जो आर्थिक और सामरिक दृष्टि से काफी अहम है.
अफगानिस्तान हो सकता है सबसे बड़ा मसला
इस बार की बैठक में सबसे बड़ा मसला अफगानिस्तान का ही हो सकता है. अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के बाद वहां पर तालिबान का राज आ गया है. अमेरिका इस वक्त दुनिया के निशाने पर है, लेकिन अब चीन ने तालिबान के साथ अपनी दोस्ती को बढ़ाना शुरू कर दिया है. ऐसे में सबसे बड़ी चिंता का विषय यही हो सकता है.
भारत पहले ही अपने साथी देशों के साथ अफगानिस्तान के मसले पर चर्चा कर रहा है. अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस समेत अन्य तमाम देशों से भारत चर्चा कर चुका है. क्योंकि एशिया में भारत एक अहम देश है और अफगानिस्तान में उसका बड़ा निवेश भी है, इसलिए हर स्थिति में भारत की भूमिका अहम हो जाती है.
बता दें कि कोरोना संकट आने के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई बड़ी विदेश यात्रा नहीं की है. हाल ही में वह सिर्फ बांग्लादेश गए थे, जब बांग्लादेश ने अपनी आजादी की 50वीं वर्षगांठ मनाई थी. इसके अलावा पीएम ने अपने विदेशी दौरों को रद्द ही किया है. अगर इस महीने के अंत में पीएम मोदी अमेरिका जाते हैं तो पिछले दो साल में ये उनका पहला विदेशी दौरा होगा.
गीता मोहन