IRAN: 'बेटी को मार डाला...' हिजाब ना पहनने को लेकर अरेस्ट युवती की मौत

महसा अमिनी के परिवार और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उसकी मौत को 'संदिग्ध' बताया है. साथ ही जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और न्याय की गुहार लगाई है. महसा को हिजाब ना पहनने के कारण पुलिस ने अरेस्ट किया था. इसके 3 दिन बाद उनकी मौत हो गई. जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा.

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ईरान में Mahsa Amini की मौत के बाद बवाल (Pic- ट्विटर) ईरान में Mahsa Amini की मौत के बाद बवाल (Pic- ट्विटर)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 17 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:49 PM IST

Iran Mahsa Amini Death: ईरान में 22 साल की एक युवती की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. पुलिस ने उसे हिजाब नहीं पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया था. युवती का नाम महसा अमिनी है. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक इस घटना को लेकर लोगों में गुस्सा में है.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमिनी के परिवार और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उसकी मौत को 'संदिग्ध' बताया है. साथ ही जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और न्याय की गुहार लगाई है. मृतका की मां ने कहा है कि उसकी बेटी को मारा गया है. हालांकि, पुलिस ने मारपीट के आरोपों से इनकार किया है. 

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बता दें कि महसा अमिनी को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वह अपने परिवार के साथ ईरान की राजधानी तेहरान की यात्रा पर थीं. उन्हें हिजाब ना पहनने के कारण मंगलवार को पुलिस ने अरेस्ट किया था. इसके 3 दिन बाद (16 सितंबर) उनकी मौत हो गई. 

रिपोर्ट्स के अनुसार, अमिनी गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही कोमा में चली गई थीं. जिसके चलते उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. लेकिन परिवार का कहना है कि अमिनी को किसी किस्म की कोई बीमारी नहीं थी, वह बिल्कुल ठीक थीं. ऐसे में अमिनी की मौत 'संदिग्ध' बताई जा रही है. 

अस्पताल में महसा अमिनी

महसा अमिनी के थाने पहुंचने और अस्पताल जाने के बीच क्या हुआ यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. हालांकि, ह्यूमन राइट्स वायलेशन पर नजर रखने एक ईरानी टीवी चैनल ने कहा है कि अमिनी के सिर पर चोट लगी थी. 

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उधर, सोशल मीडिया पर अमिनी की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें वह अस्पताल के बेड पर दिखाई दे रही हैं. उनकी मौत की खबर के बाद अस्पताल के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई. जिसके बाद पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने की कोशिश की. कुछ लोग गुस्से में सरकार विरोधी नारे लगाते हुए भी देखे गए. 

ईरानी पत्रकार (@AlinejadMasih) ने भी ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया है कि कैसे पुलिस महसा अमिनी और अन्य लड़कियों को जबरन पकड़कर गाड़ी में बैठा रही है.  

मामले में पुलिस पर टॉर्चर के आरोप लग रहे हैं. परिवार अमिनी की पुलिस कस्टडी में मौत की जांच की मांग कर रहा है. लेकिन पुलिस ने आरोपों से इनकार किया है. पुलिस का कहना है कि अमिनी के साथ कोई मारपीट नहीं की गई है. उस दिन कई और लड़कियों को भी गिरफ्तार किया गया था. अमिनी भी उनमें से एक थी. उसे जब पुलिस स्टेशन लाया गया तो वो बेहोश हो गई थी. 

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