पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यक और उनके पूजा स्थल किस हाल में हैं, किसी से छिपा नहीं है. ताजा मामला सिंध प्रांत का है. यहां एक प्राचीन हिंदू मंदिर को गिराए जाने के बाद समुदाय के लोगों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. आरोप है कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों, खासकर महिलाओं को डंडों से पीटा गया.
प्रदर्शन में शामिल हुए बच्चे और महिलाएं
होसरी इलाके में सादिक मल्लाह गांव के पास हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, मंदिर तोड़े जाने और उसकी जमीन पर सड़क बनाए जाने के खिलाफ धरना दिया. प्रदर्शन के दौरान लोगों ने हैदराबाद-बादिन रोड को जाम कर दिया, जिससे कई घंटों तक यातायात पूरी तरह ठप रहा. सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे रहे.
'मंदिर को तोड़ा और सड़क निर्माण शुरू कर दिया'
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जिस ढांचे को गिराया गया, वह उनका पुराना और पवित्र धार्मिक स्थल था. उनका आरोप है कि एक प्रभावशाली व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ मिलकर पहले जान से मारने की धमकी दी, फिर मंदिर को ढहा दिया और वहां सड़क निर्माण शुरू कर दिया.
हिंदू महिलाओं को डंडों से पीटा गया
हिंदू समुदाय का यह भी आरोप है कि जब स्थानीय लोगों ने मंदिर तोड़े जाने का विरोध किया, तो हिंदू महिलाओं के साथ मारपीट की गई और उन्हें डंडों से पीटा गया. इस घटना से इलाके के हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश है. लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अपने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं.
सुबोध कुमार