पाकिस्तान में इमरान सरकार की बड़ी कार्रवाई, जरदारी के बाद और भी कई विपक्षी नेता हुए गिरफ्तार

 मंगलवार को एनएबी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के उपाध्यक्ष हमजा शहबाज़ को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें लाहौर दफ्तर लाया गया है. हमजा को एनएबी बुधवार को कोर्ट में पेश करेगी.

Advertisement
एमक्यूएम के नेता अल्ताफ हुसैन (ANI) एमक्यूएम के नेता अल्ताफ हुसैन (ANI)

aajtak.in / हमजा आमिर

  • नई दिल्ली,
  • 11 जून 2019,
  • अपडेटेड 3:09 PM IST

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री आसिफ अली जरदारी की गिरफ्तारी के एक दिन बाद राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने बड़ी कार्रवाई की है. आज यानी मंगलवार को एनएबी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग - नवाज के उपाध्यक्ष हमजा शहबाज़ को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें लाहौर दफ्तर लाया गया है. हमजा एनएबी बुधवार को कोर्ट में पेश करेगी. शहबाज ने गिरफ्तारी को लेकर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पर निशाना साधा और कहा कि उसी पार्टी के इशारे पर गिरफ्तारियां की जा रही हैं.

Advertisement

मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अल्ताफ हुसैन को भी गिरफ्तार किया गया है. लंदन में स्कॉटलैंड यार्ड की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया. उन्हें भड़काउ भाषण देने के मामले में गिरफ्तार किया गया.

उधर पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को फर्जी बैंक अकाउंट मामले में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. एनएबी की एक टीम जरदारी के घर पहुंची और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष जरदारी को गिरफ्तार कर लिया. फर्जी बैंक अकाउंट मामले में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर की अंतरिम जमानत को बढ़ाने की अर्जी ठुकरा दी थी. इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इसके बाद एनएबी को जरदारी और फरयाल की गिरफ्तारी के आदेश दिए.

नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) के जरिए फर्जी खाता मामले का सामना कर रहे पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी को  गिरफ्तार किया गया है. सोमवार को ही इस मामले में जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने झटका देते हुए स्थाई जमानत देने से मना कर दिया था. साथ ही कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जरदारी और उनकी बहन को गिरफ्तार करने का आदेश भी दिया. जिसके बाद ही गिरफ्तारी की गई है.

Advertisement

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कह चुके हैं कि उनकी सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के नए सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर उनके खिलाफ आने वाले दिनों में नए मामले दर्ज किए जाएंगे. पीटीआई प्रमुख ने कहा कि शरीफ परिवार के सदस्यों के खिलाफ यह पहला मामला होगा, जोकि पीटीआई सरकार की ओर से दर्ज किया जाएगा. खान ने पाकिस्तान में संकट के कारण बने मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के मसले को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि शरीफ परिवार के सदस्य थैलियों में पैसे भरकर दुबई स्थित अपने लोगों के जरिए इसे सफेद करना चाहते थे.

पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मामले में दिसंबर में सात साल कैद की सजा सुनाई गई थी. मामले में शरीफ के बेटे के नाम वाली सऊदी अरब की कंपनी अल-अजीजिया स्टील मिल्स यह नहीं बता पाई कि उसे धन कहां से मिला. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में शरीफ को स्वास्थ्य कारणों के आधार पर छह सप्ताह की जमानत दी थी.

इससे पहले जुलाई 2018 में पाकिस्तान के भ्रष्टाचार संबंधी शीर्ष संगठन नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो के जज ने पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के ही मामले में 10 साल कैद की सजा सुनाई थी. मामले में उनकी बेटी मरियम नवाज को अदालत ने सात साल कैद की सजा सुनाई थी.

Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement