पाकिस्तानी नेता शेर आजम का विवादित बयान, कहा- हिंदू हमारे दुश्मन

पाकिस्तान में एक नेता ने हिंदुओं को लेकर विवादित बयान दिया है. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेता शेर आजम वजीर ने विधानसभा में भाषण देते हुए हिंदुओं को दुश्मन बताया. उनके इस बयान का हिंदू नेताओं रवि कुमार और रंजीत सिंह ने विरोध किया और सदन से बाहर चले गए.

Advertisement
पाकिस्तानी नेता शेर आजम का विवादित बयान(फाइल फोटो) पाकिस्तानी नेता शेर आजम का विवादित बयान(फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 6:54 PM IST

पाकिस्तान में एक नेता ने हिंदुओं को लेकर विवादित बयान दिया है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता शेर आजम वजीर ने विधानसभा में भाषण देते हुए हिंदुओं को दुश्मन बताया. उनके इस बयान का हिंदू नेताओं रवि कुमार और रंजीत सिंह ने विरोध किया और सदन से बाहर चले गए. बाद में आजम ने कहा कि उन्हें हिंदुस्तान कहना था.

पीपीपी के इस नेता ने ये बयान पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर दिया. रवि कुमार और रंजीत सिंह के विरोध के बाद शेर आजम ने अपने शब्दों पर माफी मांगी और कहा कि उन्हें इसके बजाय 'हिंदुस्तान' (भारत) शब्द का इस्तेमाल करना चाहिए था. कुछ देर बाद विधानसभा के सदस्यों ने दोनों हिंदू नेताओं को विश्वास में लिया और उन्हें सत्र में वापस लाया गया.

Advertisement

रवि कुमार ने कहा कि हिंदू समुदाय पाकिस्तान का दुश्मन नहीं हो सकता. विधानसभा अध्यक्ष मुश्ताक गनी ने वज़ीर की टिप्पणी को विधानसभा की कार्यवाही से निकाल दिया है.

बता दें कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की विधानसभा में 3 अल्पसंख्यक सदस्य हैं. बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था.

इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जवाबी कार्रवाई करते हुए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर बमबारी की.

बालाकोट में की गई कार्रवाई के अगले दिन, पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने भारत में घुसने की कोशिश की थी. पाकिस्तान की इस कायराना हरकत का भारतीय वायुसेना ने करारा जवाब दिया.

Advertisement

भारतीय वायुसेना के जांबाज अधिकारी अभिनंदन वर्तमान ने इस दौरान मिग-21 विमान से पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को ढेर कर दिया. हालांकि इस दौरान अभिनंदन गलती से पाकिस्तान की धरती पर उतरे गए और करीब 60 घंटे तक वे पाकिस्तान के ही कब्जे में रहे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement