पाकिस्तान का ऐलान, तनाव के बाद भी करतारपुर कॉरिडोर पर जारी रहेगी पहल

अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. भारत ने जहां पाकिस्तान से तल्ख अंदाज में कुछ भी नहीं कहा, वहीं पाकिस्तान लगातार ऐसे फैसले कर रहा है जिससे दोनों देशों के बीच संबंध खराब हों. लेकिन पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर पर अभी तक सकारात्मक रुख दिखाया है.

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करतारपुर कॉरिडोर पर भारत-पाकिस्तान में जारी रहेगी वार्ता (प्रतीकात्मक तस्वीर-IANS) करतारपुर कॉरिडोर पर भारत-पाकिस्तान में जारी रहेगी वार्ता (प्रतीकात्मक तस्वीर-IANS)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 2:46 PM IST

  • करतारपुर कॉरिडोर पर जारी रहेगी भारत-पाक के बीच बातचीत
  • सिख श्रद्धालुओं की नहीं रोकी जाएगी धार्मिक यात्रा

जम्मू-कश्मीर पर नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तल्खी बरकरार है. पाकिस्तान ने द्विपक्षीय संबंधों को बंद करने का ऐलान किया है. हालांकि, करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान का रुख सकारात्मक है. पाकिस्तानी प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर की पहल जारी रहेगी.

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पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी करतारपुर कॉरिडोर पर काम जारी रहने का संकेत दे चुके हैं. अमरिंदर ने कहा था कि दोनों देशों को करतारपुर कॉरिडोर की प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाना चाहिए. कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है. हम कोई भी कानून बना सकते हैं.

समझौता एक्सप्रेस पर संकट

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान ने अब समझौता एक्सप्रेस रोक दी है. ये जानकारी पाकिस्तान मीडिया के हवाले से आ रही है. इससे पहले पाकिस्तान ने भारत से राजनयिक संबंधों में कमी की थी.

पाक ने बंद किए एयर स्पेस

पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र आंशिक रूप से बंद कर दिया है. भारत और पाकिस्तान के बीच 9 रास्तों में से 3 एयरस्पेस को बंद कर दिया गया है. इससे पहले पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर रोक लगाने का फैसला किया था. साथ ही पाकिस्तान ने कश्मीर मामले को संयुक्त राष्ट्र में ले जाने की धमकी दी है.

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तीन दशक से पाक कर रहा प्रयास

पाकिस्तान पिछले तीन दशकों से करतारपुर कॉरिडोर के लिए प्रयास कर रहा है, लेकिन सुरक्षा समेत कई कारणों से भारत इसके लिए तैयार नहीं था. दोनों देश बातचीत के बाद एक आम समझौते पर पहुंचे हैं. भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि करतारपुर कॉरिडोर को किसी भी कीमत पर खालिस्तानियों के फायदे के लिए इस्तेमाल नहीं होने देगा.

भारत ने पाकिस्तान से दो टूक कह दिया था कि जब तक करतारपुर कॉरिडोर कमेटी में गोपाल चावला जैसे खालिस्तानी आतंकवादी रहेंगे, तब तक करतारपुर कॉरिडोर पर बातचीत आगे नहीं बढ़ेगी.

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