पाकिस्तान के साथ हो गया 'एक था टाइगर' जैसा हादसा, परेशान हुई सेना

पाकिस्तानी दूतावास में तैनात एक अधिकारी 'एक था टाइगर' के अंदाज में लापता है और पाकिस्तानी सेना को लग रहा है कि इसमें दुश्मन देशों की चाल है. सारे अहम दस्तावेज इसी अधिकारी की डेस्क से होकर गुजरते थे. यही नहीं, पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक इसे पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय ने काफी संवेदनशील मिशन में लगाया हुआ था.

Advertisement
फिल्म 'एक था टाइगर' से सांकेतिक तस्वीर फिल्म 'एक था टाइगर' से सांकेतिक तस्वीर

भारत सिंह

  • इस्लामाबाद,
  • 24 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST

पाकिस्तान के साथ 'एक था टाइगर' की जोया जैसी कहानी दोहराई गई है. पाकिस्तान के विदेश में स्थित एक दूतावास का एक अहम अधिकारी अति गोपनीय दस्तावेजों के साथ फरार हो गया है और उसकी तलाश जारी है.

यह अधिकारी ऑस्ट्रिया में स्थित पाकिस्तानी दूतावास में तैनात था. यहां भेजे जाने से पहले इस अधिकारी को पाकिस्तानी सेना में जिम्मेदार पद पर तैनात किया गया था.

Advertisement

यह अधिकारी सारा-ए-खरबूजा का निवासी था और इसे ऑस्ट्रिया के पाकिस्तानी दूतावास में तैनाती दी गई थी. बताया जा रहा है कि सारे अहम दस्तावेज इसी अधिकारी की डेस्क से होकर गुजरते थे. यही नहीं, पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय ने इसे काफी संवेदनशील मिशन में लगाया हुआ था.

जानकारी के मुताबिक इस अधिकारी को वहां पर काफी महत्वपूर्ण और संवेदनशील राष्ट्रीय मामलों का आधिकारिक प्रभारी बनाया गया था. डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह जिम्मेदारी देश की संप्रभुता के लिए काफी अहम होने के साथ ही अत्यंत संवेदनशील भी थी.

पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय की शिकायत पर इस अधिकारी के गायब होने और दस्तावेजों के गुम होने का मामला दर्ज किया गया है. यह मामला पीपीसी (पाकिस्तान पीनल कोड) की धारा 109 (बहकाना, बहकना) और 409 (सरकारी कर्मचारी द्वारा आपराधिक धोखाधड़ी) के तहत दर्ज किया गया है.

Advertisement

इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक यह अधिकारी 2 जनवरी को ही लापता हो गया था. हालांकि, लापता अधिकारी की पत्नी ने कहा है कि उन्हें अपने पति के जाने की जानकारी पहले से थी. महिला के मुताबिक उनके पति अपनी मर्जी से गए हैं और पांच साल बाद लौट आएंगे.

अब तक गायब अधिकारी ने पाकिस्तानी दूतावास या अपने विभाग को अपने गुप्त ठिकाने के बारे में नहीं बताया है. एफआईआर के अंत में सबसे अहम बात की आशंका जताई गई है कि यह अधिकारी देश के दुश्मनों के साथ मिल गया हो सकता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement