S-400 डील से घबराया पाकिस्तान? बोला- हम एशिया में हथियारों की दौड़ के खिलाफ

भारत ने हाल ही में रूस के साथ S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर डील फाइनल की है.

Advertisement
रूस का एयर डिफेंस सिस्टम S-400 (फोटो- रॉयटर्स) रूस का एयर डिफेंस सिस्टम S-400 (फोटो- रॉयटर्स)

भारत सिंह

  • इस्लामाबाद,
  • 12 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 10:18 AM IST

पाकिस्तान ने भारत की दुनिया के शक्तिशाली देशों के साथ हो रही हथियारों की सौदेबाजी को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं. पाकिस्तान ने दुनिया के देशों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि इससे क्षेत्र में संतुलन न बिगड़ जाए.

पाकिस्तान ने कहा है कि वह दक्षिण एशियाई क्षेत्र में हथियारों की रेस के खिलाफ है. पाकिस्तान ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मुहम्मद फैसल ने यह बातें कही हैं.

Advertisement

बता दें कि हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन भारत के दौरे पर आए थे. उनके इस दौरे पर भारत और रूस के बीच एयर डिफेंस सिस्टम S-400 को लेकर डील हुई थी. रूस यह सिस्टम भारत को उपलब्ध करा रहा है. अमेरिका भी इस डील के विरोध में था और उसने रूस से यह सिस्टम खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी. लेकिन भारत की डील के बाद उसने कहा था कि वह अपने सहयोगी देशों को डैमेज नहीं करना चाहता है.

इस्लामाबाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत को मदद देने वाले देशों को देखना चाहिए कि इससे क्षेत्रीय असंतुलन पैदा न हो. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और उसके सुरक्षा बल किसी भी आक्रामकता का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.

Advertisement

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश भारत के साथ जम्मू-कश्मीर मुद्दे, सर क्रीक, सियाचिन और आतंकवाद समेत सभी मुद्दों पर बात करने को तैयार है.

रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक फैसल ने यह भी कहा है कि मौजूदा पाकिस्तानी सरकार के आने के बाद से अमेरिका के साथ सबसे ज्यादा सहयोग बढ़ा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि के साथ बातचीत में कहा गया है कि अफगानिस्तान में राजनीतिक स्थिरता के लिए हरसंभव जरूरी कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि वैसे इस मामले में अमेरिका, पकिस्तान और अफगानिस्तान के अलावा दूसरे देशों की भी भूमिका रहेगी.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि पाकिस्तान में मीडिया संस्थानों पर कोई प्रतिबंध नहीं है और वे स्वतंत्र रूप से अपना काम कर रहे हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement