पाकिस्तान एयर फोर्स में JF-17 थंडर ब्लॉक II लड़ाकू विमान शामिल, चीन की मदद से किया विकसित

इन लड़ाकू विमानों का उत्पादन करने का मकसद इंडियन एयर फोर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करना है, क्योंकि पाकिस्तान की तुलना में भारत के पास अधिक लड़ाकू विमान हैं.

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पाकिस्तान एयर फोर्स (फ़ोटो- रॉयटर्स) पाकिस्तान एयर फोर्स (फ़ोटो- रॉयटर्स)

मंजीत नेगी

  • नई दिल्ली ,
  • 30 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 11:55 PM IST
  • पाकिस्तान एयर फोर्स में JF-17 थंडर ब्लॉक II शामिल
  • JF-17 को चीन की मदद से किया है विकसित
  • भारत के राफेल को टक्कर देने की कोशिश

पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) ने औपचारिक रूप से JF-17 थंडर ब्लॉक II डबल सीटर लड़ाकू विमान को अपने बेड़े में शामिल कर लिया है. साथ ही इसी विमान के ब्लॉक III का उत्पादन भी शुरू करने का ऐलान कर दिया. PAF का कहना है कि यह कदम देश की एयर डिफेंस रक्षा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है. फिलहाल, इन विमानों को प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया जाएगा.

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एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, बुधवार को 14 JF-17 थंडर ब्लॉक II लड़ाकू विमानों को औपचारिक रूप से PAF के बेड़े में शामिल कराने के लिए राजधानी इस्लामाबाद के पास कामरा में एक समारोह आयोजित किया गया. ये विमान पाकिस्तान और चीन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किये गए हैं. इस समारोह में मुख्य रूप से पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान और पाकिस्तान में चीन के राजदूत नोंग रोंग शामिल हुए. 

इस दौरान एयर चीफ मार्शल अनवर ने रिकॉर्ड समय में उत्पादन लक्ष्य के सफलतापूर्वक पूरा होने पर पाकिस्तान के पीएसी (Pakistan Aeronautical Complex) और चीन के CATIC को बधाई दी. साथ ही PAF के बेड़े में डबल सीटर लड़ाकू विमान JF-17 थंडर को शामिल करने को महत्वपूर्ण कदम बताया. बकौल अनवर ये आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. 

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आपको बता दें कि इन लड़ाकू विमानों का उत्पादन करने का मकसद इंडियन एयर फोर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करना है, क्योंकि पाकिस्तान की तुलना में भारत के पास अधिक लड़ाकू विमान हैं. हाल के महीनों में, भारत ने फ्रांस के रक्षा निर्माता डसॉल्ट एविएशन से कुल 36 विमानों की खरीद के लिए डील की, जिसमें उसे कई राफेल लड़ाकू जेट मिल चुके हैं.  

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ऐसे में पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख और चीनी राजदूत ने JF-17 के ब्लॉक III, मल्टीरोल लड़ाकू विमान का उत्पादन का शुरू करने का ऐलान किया. जिसे दोनों देश राफेल जेट के बराबर मान रहें हैं. बता दें कि सिंगल-इंजन मल्टी-रोल जेट संयुक्त रूप से पाकिस्तान और चीन द्वारा विकसित किए गए हैं. इनमें से हर एक जेट 3,630 किलोग्राम (8,000 पाउंड) हथियार ले जा सकता है, साथ ही 2,200 किलोमीटर प्रति घंटे (1,370 मील प्रति घंटे) की गति तक पहुंच सकता है. 

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