अब बाढ़ के लिए भी भारत को जिम्मेदार बताने लगा है पाकिस्तान

पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत ने बिना सूचित किए सतलज नदी से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया है जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि भारत 1960 के सिंधु जल समझौते के तहत उसे सूचनाएं नहीं दे रहा है जोकि चिंताजनक है.

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बाढ़ के लिए भी भारत पर मढ़ा दोष बाढ़ के लिए भी भारत पर मढ़ा दोष

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 8:16 PM IST

पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत ने बिना सूचित किए सतलज नदी से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया है जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि भारत 1960 के सिंधु जल समझौते के तहत उसे सूचनाएं नहीं दे रहा है जो कि चिंताजनक है. पाकिस्तान ने धमकी देते हुए कहा कि वह अपने अधिकारों की सुरक्षा के लिए हर विकल्प का इस्तेमाल करेगा. हालांकि, भारत ने पाकिस्तान के इस दावे को खारिज किया है.

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पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्री फैसल वावदा ने बाढ़ का दोष भारत के सिर मढ़ते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान को बाढ़ की सूचना देने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन वह ऐसा करने में नाकाम रहा है. बता दें कि सिंधु जल समझौते के तहत दोनों देश आपस में रावी, सतलज और ब्यास नदी के बहाव को लेकर एक-दूसरे के साथ जानकारी साझा करते हैं.

पाकिस्तान के पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों के अधिकारियों ने सतलज और अलची बांध में पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ से संबंधित अलर्ट जारी किया है. डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने सोमवार को भारत द्वारा नदी में पानी छोड़े जाने के बाद सतलज में बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ का अलर्ट जारी किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के पीडीएमए ने सोमवार को जिले के गंडा सिंह वाला गांव में 125,000 और 175,000 क्यूसेक के बीच बाढ़ का पानी पहुंचने की संभावना जताई है. इसके अलावा, संबंधित एजेंसियों को सुरक्षात्मक उपाय करने के लिए निर्देश भी दिए गए हैं. पीडीएमए खैबर पख्तूनख्वा के महानिदेशक ने रविवार को कहा कि भारत की ओर से अचानक अलची बांध में पानी छोड़ा गया है, जिससे सिंधु नदी में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है.

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उन्होंने विभिन्न प्रांतीय उपायुक्तों को एक चेतावनी जारी करते हुए एक पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि पानी को तारबेला बांध तक पहुंचने के लिए 12 घंटे लगेंगे, जबकि डेरा इस्माइल खान तक पानी पहुंचने में लगभग 15 से 18 घंटे का समय लगेगा.

अधिकारी ने प्रांतीय अधिकारियों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सिंधु नदी के पास निगरानी करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एहतियात के तौर पर नावों और तैराक का इंतजाम करने को भी कहा गया है.

जम्मू-कश्मीर के विशेषाधिकारों से जुड़े अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद से ही पाकिस्तान भारत के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहा है. कश्मीर मसले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन नहीं मिलने से हताश पाकिस्तान ने हड़बड़ी में भारत के साथ कूटनीतिक संबंधों में कमी लाने और व्यापारिक संबंध खत्म करने जैसे आत्मघाती कदम भी उठाए हैं.

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